सीएम योगी से मिले रामगोपाल यादव, कयासों ने पकड़ा जोर तो सपा ने दी सफाई
उत्तर प्रदेश : क्या उत्तर प्रदेश की सियासत में कुछ नया होने वाला है ? दरअसल समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने सोमवार को अचानक से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की है। जाहिर है इस मुलाकात के बाद कयासों का बाजार गर्म है। हालांकि इस मुलाकात के बारे में समाजवादी पार्टी की ओर से सफाई दी गई है।
सीएम योगी से राम गोपाल की मुलाकात अहम
अखिलेश यादव के एक चाचा शिवपाल यादव पहले ही सपा से बगावत के संकेत दे चुके हैं और ऐसे में रामगोपाल का सीएम योगी से मिलना अटकलें तेज कर गया। राजनीतिक घटनाक्रम के लिहाज से सीएम योगी से राम गोपाल यादव की यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। यादव की इस समय सपा में हैसियत नंबर दो की मानी जाती है और वह पूर्वी सीएम अखिलेश यादव के मुख्य सिपहसलारों में से एक माने जाते हैं।
मुलाकात पर सपा की सफाई
राज्यसभा सदस्य राम गोपाल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के चाचा हैं और दोनों के बीच काफी अच्छे संबंध हैं। ऐसे में कयासों पर विराम लगाते हुए समाजवादी पार्टी ने यह मुलाकात का मकसद सार्वजनिकर किया है। पार्टी ने ट्वीट कर बताया कि दोनों नेताओं के बीच किस मुद्दे पर चर्चा हुई है। सपा का कहना है कि राम गोपाल यादव ने सीएम के साथ राज्य में ‘पिछड़े एवं मुस्लिम समुदाय की दशा’ के बारे में चर्चा की।
राम गोपाल के पास है बड़ी जिम्मेदारी
राम गोपाल यादव सपा के वरिष्ठ नेता हैं। साल 2016 में सपा में नेतृत्व को लेकर जब खींचतान हुई थी तो उस समय राम गोपाल ने खुलकर अखिलेश यादव का समर्थन किया। साल 2017 में अखिलेश ने जब सपा की कमान संभाली तब से राम गोपाल सपा के महासचिव हैं। राज्यसभा में वह सपा के मुद्दों को जोर-शोर से उठाते रहे हैं।