हाइटेक हो गये हैं रेल टिकट दलाल, अब साइबर कैफे में ई-टिकटों की कालाबाजारी, बिना लाइसेंस के शहर में चल रहा है धड़ल्ले से काम

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जमशेदपुर : बदलते समय के साथ अब टिकट दलाली के कार्यों में भी बदलाव आया है. अब टिकट दलाल हाइटेक हो गये हैं. जहां पहले रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर टिकटों की दलाली होती थी, लेकिन अब साइबर कैफे में ई-टिकटों की कालाबाजारी शुरू हो गयी है. ई-टिकट निकालने के लिये लाइसेंस लेने की जरूरत होती है, लेकिन शहर में बिना लाइसेंस के ही कई साइबर कैफे में ई-टिकट निकालने का काम धड़ल्ले से अवैध रूप से किया जा रहा है.

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लोकल पुलिस को सरोकार नहीं

ई-टिकटों की कालाबाजारी से स्थानीय पुलिस को कोई सरोकार नहीं है. इसके लिये तो सिर्फ आरपीएफ की क्राइम ब्रांच की टीम ही सक्रिय रहती है. मुखबिरों की सूचना पर टीम शहर में बराबर स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर इस रैकेट का भांडाफोड़ भी करती रही है.

स्टेशन काउंटर पर घट गयी है टिकट लेनेवाले यात्रियों की संख्या

रेलवे स्टेशनों की बात करें तो स्टेशन के टिकट काउंटर पर रेल यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आयी है. जो यात्री जागरुक नहीं हैं वे ही स्टेशन के काउंटर तक टिकट लेने का काम कर रहे हैं. बाकी लोग तो लाइसेंसी संचालक से ही ई-टिकट लेकर यात्रा कर रहे हैं. इसमें उन्हें समय की भी बचत होती और आसानी से टिकट भी उपलब्ध हो जाता है.

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