राहुल बोले- फैंटेसी पोल , सोनिया बोलीं- गलत, क्या वाकई होगा एग्जिट पोल्स का मूड चेंज…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क :- कांग्रेस पार्टी कह चुकी है कि एग्जिट पोल सिर्फ मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का तरीका है. 2004 में सभी एग्जिट पोल ने वाजपेयी सरकार को बहुमत दिया था, मगर सरकार यूपीए गठबंधन की बनी थी. कांग्रेस का कहना है कि इंडिया गठबंधन को 295 से ज्यादा सीटें मिलेंगी.
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने सोमवार को कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि लोकसभा चुनाव के असल परिणाम ‘एग्जिट पोल’ के अनुमान से बिल्कुल विपरीत होंगे. सोनिया ने कहा, ‘‘हमें प्रतीक्षा करनी होगी. बस, इंतजार कीजिए और देखिए.” कल कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को ‘फैंटेसी पोल’ बताया था. वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सभी एग्जिट पोल को खारिज करते हुए कहा था कि ये पहले भी गलत साबित हुए हैं. दरअसल अधिकतर ‘एग्जिट पोल’ में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को प्रचंड बहुमत मिलने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है. ऐसे में कांग्रेस की ओर से इन पोल्स के नतीजों को खारिज किया जा रहा है.
कितने सटीक हुए पिछले 4 एग्जिट पोल्स?
अलग-अलग चैनलों पर प्रकाशित होने वाले एग्जिट पोल्स कितने सटीक बैठेंगे ये तो रिजल्ट के दिन ही साफ होगा, लेकिन पिछले 4 लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल्स के रिजल्ट इस पर स्थिति जरूर साफ कर देते हैं कि एग्जिट पोल्स को ही अंतिम लकीर समझ लेना समझदारी नहीं है. आइये Exit Polls और वास्तविक नतीजों के साथ समझते हैं कितने सटीक या कहें हवा का रुख भांपने के कितने करीब रहे पिछले 4 लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल्स
साल 2004 एग्जिट पोल्स
एजेंसी बीजेपी कांग्रेस अन्य
एसी नीलसन 240 198 110
ओआरजी मार्ग 248 190 105
सी वोटर 263 180 92
नतीजे 181 208 59
निष्कर्ष – 2004 में एग्जिट पोल जनता का मूड भापंने में असफल रहे थे. सभी एग्जिट पोल्स अटल बिहारी वाजपेयी के गठबंधन को तो जीत दिला रहे थे, लेकिन नतीजे बिल्कुल उलट आए थे. बीजेपी का गठबंधन 181 सीटों पर सिमट गया था और कांग्रेस के गठबंधन को 208 सीटें मिलने के साथ मनमनोहन सिंह की सरकार बनी थी. इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि एग्जिट पोल्स 2004 में फेल हो गए थे या यूं कहें औंधे मुंह गिरे थे.
साल 2004 एग्जिट पोल्स
2004 में एग्जिट पोल जनता का मूड भापंने में असफल रहे थे. सभी एग्जिट पोल्स अटल बिहारी वाजपेयी के गठबंधन को तो जीत दिला रहे थे, लेकिन नतीजे बिल्कुल उलट आए थे. बीजेपी का गठबंधन 181 सीटों पर सिमट गया था और कांग्रेस के गठबंधन को 208 सीटें मिलने के साथ मनमनोहन सिंह की सरकार बनी थी. इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि एग्जिट पोल्स 2004 में फेल हो गए थे या यूं कहें औंधे मुंह गिरे थे.