निजी सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी किए गए पैसे मांगने पर सुपर वाइज़र के द्वारा किया जा रहा प्रताड़ित, ड्यूटी से हटाने की भी मिल रही धमकी
जमशेदपुर :- निजी सिक्युरिटी कंपनियों के द्वारा सुरक्षा कर्मियों को शोषण करने का मामला पिछले कुछ दिन से चर्चा में है। जिसका ताजा उदाहरण जमशेदपुर के सिक्युरिटी एजेंसी में भी देखने को मिल रहा है। जानकारी के मुताबिक सुरक्षाकर्मियों को कही सरकारी दर से कम वेतन तो कही आठ घंटे के बदले नौ से बारह घंटे काम लिया जाता है। वही एक मामला ऐसा भी है जहाँ ड्यूटी कराने के बाद भी सुपरवाइज़र के द्वारा पैसे का भुगतान नहीं किया जाता है, मिली जानकारी के अनुसार मामला कोलकाता के प्रिमियर विजिलेन्स सिक्युरिटी प्राइवेट लिमिटेड (PVS ) का है। जो कि झारखंड समेत अन्य राज्यों में भी खास तौर से बैंक में सुरक्षा प्रदान करती है। लेकिन झारखंड राज्य में कई पदो पर तैनात सुरक्षाकर्मी कंपनी के सुपरवाइज़र अशोक कुमार के व्यवहार से नाखुश है। शिकायत है कि सुपरवाइज़र अशोक के द्वारा सुरक्षाकर्मियों का शोषण निजी फायदे के लिए किया जाता है। नियम के मुताबिक किसी भी सुरक्षाकर्मी को ड्यूटी देने के बदले पैसे लेने का प्रावधान नहीं है। लेकिन ओवर टाइम के नाम पर सुपरवाइज़र के द्वारा पैसे भी लिया जाता है जिसका पुख्ता प्रमाण लोक आलोक न्यूज के पास मौजूद है। खबर यह भी है कि तीन साल पहले ड्यूटी कराए गए सुरक्षाकर्मियों का भी कुछ पैसा रोक दिया गया है। आवाज उठाने पर पोस्ट की बदली कर के सुरक्षा कर्मियों को प्रताड़ित भी किया जाता है। साथ ही नौकरी से हटा देने की धमकी भी दी जाती है। अब देखना यह है कि इस मामलें में सुपरवाइज़र या फिर कंपनी के द्वारा संज्ञान लिया जाता है या नहीं।
निजी सुरक्षाकर्मियों को सरकार द्वारा न्यूनतम वेतन समेत अन्य मुद्दों पर आदित्यपुर नगर पार्षद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेन्द्र नारायण सिंह ने उप श्रमायुक्त से मिलकत ज्ञापन भी सौंपा था जिसके बाद कोल्हान में उप श्रमायुक्त सक्रिय भी हुए थे। लेकिन उसके बावजूद निजी सिक्युरिटी कंपनियों के द्वारा मनमानी जारी है।