नीरज दुबे को गोली मारने में हथियार बरामदगी के लिये लगातार छापेमारी कर रही पुलिस
जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन के पार्किंग स्टैंड में नीरज दुबे को गोली मारने के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया है, लेकिन अभी तक हथियार की बरामदगी नहीं हो सकी है. मामले में अन्य 5 नामजद आरोपियों को भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है. घटना का मुख्य साजिशकर्ता संतोष सिंह को ही बनाया गया. उसकी गिरफ्तारी के लिये भी पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है.
संतोष सिंह का मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर रही पुलिस
पूरे मामले में पुलिस टीम संतोष सिंह के मोबाइल का भी लोकेशन पुलिस ट्रैक कर रही है. संतोष सिंह का मोबाइल बंद होने से पुलिस को जांच में थोड़ी व्यवधान जरूर हो रही है, लेकिन पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों को जल्द ही पुलिस दबोच लेगी. जेल भेजे गये आरोपियों की गिरफ्तारी से पुलिस को कुछ सुराग भी हाथ लगे हैं. उसके माध्यम से ही पुलिस सफलता पाने का प्रयास कर रही है.
पुलिस ने इन्हें भेजा है जेल
नीरज दुबे को गोली मारने के मामले में रेल पुलिस ने जुगसलाई का आशुतोष सिंह, रोहित शर्मा उर्फ पंडित और बागबेड़ा का सिकंदर कुमार प्रसाद को गिरफ्तार कर सोमवार को जेल भेजा है. तीनों ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि पानी सप्लाइ करने वाले संतोष सिंह का नीरज दुबे के साथ पहले से विवाद था. इसके बाद अमन मिश्रा और विशाल सिंह का नीरज दुबे के साथ वाट्सएप पर विवाद हुआ था.
20 मई की शाम मारी गयी थी गोली
रेलवे पार्किंग स्टैंड का पेटी कांट्रेक्टर नीरज दुबे को 20 मई की रेकी करने के बाद शाम 7.30 बजे गोली मारी गयी थी. गोली मारनेवालों में विशाल सिंह और राजा पगला का नाम सामने आया है. इसका खुलासा उसके गैंग का ही गिरफ्तार आशितोष, रोहित और सिकंदर ने किया है. तीनों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उनका मकसद गोली मारने नहीं था बल्कि हाथापायी करने की योजना थी. इस बीच ही पहले विशाल ने गोली चला दी. इसके बाद पहला भी शुरू हो गया.