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कोचस /रोहतास (संवाददाता ):- गरीबी एक ऐसी मजबूरी है जिसके चलते लोग अंधेरे के दलदल में बुरी तरह फंस जाते हैं। पढ़ाई के समय मे नाबालिक बच्चों को किताब कलम स्कूल के बजाय चोरी करना पड़ता है। गौरतलब हो कि गार्जियन की तरफ से बच्चों को पढ़ाई के लिए ध्यान नहीं दिया जा रहा है। या तो ग्यार्जिन के कहने पर बच्चों से इस उम्र मे चोरी कराया जाता है। इसी उम्र मे एक नाबालिक चोर बस पड़ाव मे एक बच्चे के गले से सोने की लॉकेट चुरा लिया। जिसमें आसपास के लोगों ने इस घटना को अंजाम देकर भाग रहे नाबालिक चोर को पकड़ लिया। और अच्छा खासा धुलाई भी कर दिया, वहां पर मौजूद बुद्धिजीवियो ने बच्चे को पीटने से बचा लिया। और इसकी जानकारी प्रशासन को दी गई जिसमें नाबालिक बच्चे को प्रशासन लेकर थाने चली गई। कुछ लोगों का कहना है आए दिन हो रही घटना आम बात है। नाबालिक चोर घर में घुसकर पैसे, गहने, मोबाइल, बाइक चुरा ले भाग रहे है। फिर भी पकड़े जाने पर किसी को उन लोगों के प्रति शक नहीं होता है।

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