लॉकडाउन में बिहार से नाव पर लोग जाने लगे हैं यूपी, बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा

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पटना :- लॉकडाउन कोरोना के संक्रमण की रोकथाम में बहुत असरदार साबित हो रहा है.लेकिन कुछ ऐसे लोग आज भी हैं जो लॉकडाउन की धज्जियाँ उड़ाने से बाज नहीं आ रहे.बिहार और उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए दोनों राज्यों की सरकारों ने लॉकडाउन लगा रखा है. लोग कोरोना के नियम न तोड़ें, इसके लिए सड़कों पर पुलिस की तैनाती है. निजी वाहनों पर भी पाबंदी लगी है, इसलिए आम लोगों के साथ-साथ सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही भी कम हो गई है. लेकिन यूपी से सटे पश्चिमी चंपारण के कई इलाकों में लॉकडाउन के दौरान लोगों ने आवाजाही के लिए नया रास्ता ढूंढ लिया है. सड़कों पर लॉकडाउन को देख बगहा और आसपास के इलाकों के लोग आजकल गंडक नदी के रास्ते यूपी के शहरों को ओर जा रहे हैं. एनएफ. लॉकडाउन के दौरान गंडक नदी के जरिये लोगों की आवाजाही लगातार जारी है. एक ही नाव पर इंसान, मवेशी और वाहन लदे होते हैं. वाहन भी कैसे-कैसे, बाइक से लेकर चारपहिया गाड़ी तक. लोग जान हथेली पर लेकर गंडक नदी के रास्ते यूपी के इलाकों तक पहुंच जाते हैं. इस दौरान न तो कोरोना गाइडलाइन का पालन किया जाता है और न ही पुलिस या प्रशासन की रोक-टोक होती है. लोग बगैर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर नदी के रास्ते यूपी से बिहार की ओर आना-जाना कर लेते हैं.
बिहार में कोरोना लॉकडाउन के दौरान कोरोना के प्रति आम लोगों की ये लापरवाही बिहार पर भारी पड़ सकता है क्योंकि यूपी में ज्यादा संक्रमण है. ये सच है कि लॉकडाउन के वावजूद बगहा में गंडक नदी पर बच्चा बाबू घाट पर नाव के सहारे लोग दियारा और यूपी के कई इलाकों तक पहुंच रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में लोग बिना रोक-टोक आवाजाही कर रहे हैं.इन नावों पर इंसानों के साथ-साथ मवेशियों और वाहन भी लादे जाते हैं. इससे गंडक नदी में नाव हादसे की आशंका रहती है, लेकिन लोगों को इसकी परवाह नहीं है. प्रशासन की नजर इस पर अभी तक नहीं पड़ी है, जिसके कारण लोग बेखौफ होकर लॉकडाउन में इस वैकल्पिक रास्ते का लाभ उठा रहे हैं.

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