बुद्विजीवियों ने कमरतोड़ महंगाई पर खुलकर की चर्चा , पेट्रोल- डीजल व रसोई गैस के बढ़ते दामों पर सरकार को लताड़ा

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सासाराम:-  संडे की शाम, हम मित्रों के नाम कार्यक्रम के अंतर्गत जिला मुख्यालय सासाराम के एक निजी होटल में बुद्धिजीवियों ने संवाद – परिसंवाद आयोजित कर पेट्रोलियम एवं खाद्यान्नों में हो रही कमरतोड़ महंगाई पर खुलकर चर्चा किया। जिसमें बुद्धिजीवी मित्र – मंडली ने आये दिन बढ़ती महंगाई से होनेवाले परेशानियों एवं सरकार की विफलता पर अपना संवाद पेश कर यथाशीघ्र महंगाई को नियंत्रित करने की बातें कही।
संवाद- परिसंवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता इं0 नवीन सिन्हा ने करते हुए उपस्थित सभी प्रतिभागियों को फूल देकर उनका स्वागत किया। तत्पश्चात इं0 नीरज कुमार ने जनमानस से जुड़ी चीजों में बेतहाशा मूल्य- वृद्धि पर दुख जताया। वहीं स्वतंत्र पत्रकार व शिक्षक अर्जुन कुमार ने पेट्रोलियम एवं खाद्यान्नों में हो रही कमर तोड़ महंगाई पर चर्चा करते हुए कहा कि इससे आम जनमानस हलाकान है। सरकार को इसपर ध्यान देते हुए यथाशीघ्र महंगाई को नियंत्रित कर लोगों की परेशानियों को दूर करना चाहिए।व्यवसायी सुनील साहू ने सरकार द्वारा एयरपोर्ट, रेलवे, बैंक आदि के निजीकरण पर दुख जताते हुए कहा कि इससे कर्मचारियों एवं उनके परिजनों के बीच मतभेद गहराता जा रहा है। नरेन्द्र दत्त मिश्रा एवं गोरखनाथ सिंह ने कहा कि कोरोना के नाम पर की गई खर्चों को केन्द्र सरकार पेट्रोल- डीजल, रसोई गैस एवं खाद्य तेलों के मूल्यों में बेतहाशा वृद्धि कर आम लोगों की पाॅकेट से वसूली कर रही है। जो चिंताजनक है।संवाद- परिसंवाद कार्यक्रम के पश्चात उपस्थित प्रतिभागियों के मनोरंजन के लिए गीत – गजल, कविता पाठ का कार्यक्रम हुआ। जिसमें दिलीप सोनी उर्फ गांधी जी ने वर्तमान परिवेश में गदहे को खुद्दार बताते हुए हास्य कविता मैं धोबी का गदहा न घर का न घाट का सुनाया। जिसपर लोगों ने खूब तालियाँ बजायी। सभा में उपस्थित अर्जुन कुमार ने देश मेरा महान,आधे से ज्यादा बेईमान फिर भी देश मेरा महान… कविता पाठ कर लोगों को खूब हंसाया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जी एन लाल, संजय गुप्ता, राजेश कुमार सिंह उर्फ बिहारी जी, संजय सिंह, प्रेम प्रकाश ने अपना सराहनीय योगदान दिया। कार्यक्रम का समापन सम्वेत स्वर में वंदे मातरम् गाकर किया गया।

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