नक्सलियों ने ट्रेन के चालक का अपहरण कर लूटा था, 5 साल पहले देखिए कैसे हुआ खुलासा।

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जमशेदपुर:- गुड़ाबांदा के जिलिंग डुंगरी पहाडी में सर्च अभियान में पुलिस को जमीन खोदकर गाड़े गए स्टील ड्रम से 24 अगस्त को नक्सली साहित्य, लेखा-जोखा का एक कॉपी, वायरलेस सेट, इलेक्ट्रानिक वोल्ट मीटर एक सेट, नक्सली पर्चा, एक सेट पुराना नक्सली वर्दी, आठ मीटर लाल रंग का कपड़ा, दो बेड स्वीच, फ्लैश लाइट लगा हुआ स्वीच तार के साथ, साउथ ईस्टन रेलवे का हाइटेक पावर सिस्टम का टार्च और बैटरी हाथ लगे थे।स्टील ड्रम को नक्सली कान्हू मुंडा, पुटू मुंडा के दस्ते ने पत्थर के नीचे गाड़कर रखा था।

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पुलिस को जांच में जानकारी हुई कि ड्रम में जो वॉकी-टॉकी और साउथ ईस्टन रेलवे का हाइटेक पावर सिस्टम का टार्च और बैटरी मिले हैं उसे धालभूमगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के चालक का अपहरण करने के बाद नक्सलियों ने लूट लिया था। नक्सलियों ने धमक को गोलियां भी चलाई थी। स्टेशन मास्टर की भी पिटाई की थी। दो घंटे बाद नक्सलियों को चालक को छोड़ दिया था। घटना को धालभूमगढ़ और चाकुलिया के बीच कोकपाड़ा स्टेशन के बीच अंजाम दिया गया था। कान्हू मुंडा दस्ते से जुड़े सुपाई टुडू, कार्तिक, भोगलू समेत अन्य शामिल थे। एसएसपी एम तमिल वानन ने बताया फरवरी 2017 में कान्हू मुंडा के पूरे दस्ते में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। इससे पहले दस्ते ने जिलिंग डुंगरी पहाड़ी में स्टील ड्रम में भरकर नक्सली साहित्य, वर्दी, लूटे गए सामान, वायरलेस सेट, तार, लाल कपड़ा और अन्य सामान रख दिया था। इसके बाद ड्रम को गड्ढा खोदकर गाड़ दिया था जिसे बरामद किया गया। नक्सली सामान से संबंधित और भी जानकारी मिली है जिस पर पुलिस की कार्रवाई जारी है।

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