मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से हुए मौत, उत्तर प्रदेश के कई इलाके समेत अन्य राज्यो में भी धारा 144 लागू
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क: बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की तबीयत फिर बिगड़ी जिसके बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. बांदा जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया था। हार्ट स्ट्रोक की शिकायत पर मुख्तार अंसारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया । मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी के मुताबिक दिन में भी एक बार मुख्तार अंसारी बेहोश हुआ था। मुख्तार अंसारी के वकील मेडिकल कॉलेज पहुंच गए हैं । आज दोपहर 3.30 बजे मुख्तार अंसारी की अपने बेटे उमर अंसारी से बात हुई है उमर के मुताबिक मुख्तार ने अपनी खराब तबीयत की जानकारी दी थी। इससे पहले जेल में बंद बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की 26 मार्च को तबीयत बिगड़ी थी, इस दौरान भी उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. इस दौरान मुख्तार के सांसद भाई अफजाल अंसारी ने बताया था कि उसके भाई ने दावा किया है कि जेल में उन्हें दो बार खाने में जहर दिया गया है।
मऊ से कई बार विधायक रह चुका है मुख्तार अंसारी
इससे पहले 21 मार्च को बाराबंकी की अदालत में डिजिटल माध्यम से हुई सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी के वकील ने अदालत में कहा थि कि मुख्तार को जेल में “धीमा जहर” दिया गया है जिससे उसकी हालत बिगड़ती जा रही है. इस दौरान मुख्तार के वकील ने कोर्ट में कहा था कि जेल में बंद मुख्तार की जान को खतरा है. बता दें कि मऊ से कई बार विधायक रह चुके मुख्तार अंसारी को विभिन्न मामलों में सजा सुनाई गई है और वह इस समय बांदा की जेल में निरुद्ध है. मुख्तार अंसारी पर उत्तर प्रदेश, पंजाब, नयी दिल्ली और कई अन्य राज्यों में लगभग 60 मामले लंबित हैं.
माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार की शाम हार्ट अटैक के बाद मौत हो गई। बांदा जेल में बंद मुख्तार की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी ने दम तोड़ दिया। प्रशासन की ओर से मौत की पुष्टि कर दी गई है। मुख्तार अंसारी की इस सप्ताह दूसरी बार तबीयत बिगड़ी थी। इससे पहले भी उनकी तबीयत खराब हो चुकी है। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। चेकअप के बाद वापस जेल भेजा गया था, जहां गुरुवार को एक बार फिर उनकी तबीयत खराब हो गई। डॉक्टरों ने चेकअप के दौरान हार्ट अटैक की बात कही। इसके बाद एंबुलेंस के जरिए उन्हें मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। मुख्तार की मौत से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। मुख्तार की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज को पूरी छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस और प्रशासन के भी कई अधिकारी मौके पर मौजूद हो गए है। मौत की पुष्टि होते ही मऊ, गाजीपुर और बांदा समेत पूरे उत्तर प्रदेश में एहतियातन धारा 144 लागू कर दी गई है।