मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट पूरे बिल्डिंग को कब्जे में कर लेने की करता था बात , थाने को जेब मे रखने की बात कहकर धमकाया भी जाता था , पार्किंग समेत पूरे बिल्डिंग में मचा रखा है गंदगी , मेंटेनेंस भी नही दिया जाता था , और भी कई बात आया सामने , वार्ड सदस्य का क्या कहना है :- देखे वीडियो…
जमशेदपुर:- मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के मामले में दिन पर दिन खुलासे होते जा रहे है। बता दें कि यौन शोषण और बच्चों पर अत्याचार के आरोप लगने के बाद से फरार संचालक हरपाल सिंह , पुष्पा तिर्की और गीता कौर के फरारी के बाद उनकी बेटी गुरलीन भी फरार हो चुकी है। और अब सोसाइटी समेत आस पास के लोग भी खुल कर विरोध करने लगे है। बता दें कि सोसाइटी के लोगो का कहना है कि बिल्डिंग में रहने वाले हर व्यक्ति को परेशान करने का सिलसिला ट्रस्ट के माध्यम से जारी था। ज्ञात हो कि फ्लैट न० G1 , G2, 104 और 604 पर हरपाल सिंह और पुष्पा तिर्की दावा जमाते है जिसमें से 2 फ्लैट की रजिस्ट्री भी नही हुई है। साथ ही ट्रस्ट के लोग पार्किंग में गंदगी मचाकर रखे रहते थे। पार्किंग में गाड़ी लगाने पर ठीक सामने गाड़ी लगा दिया जाता था , और मना करने पर केस में लपेटने की धमकी भी दी जाती थी। ट्रस्ट में बच्चों के रहने के लिए नीचे में जो डोरमेट्री बनाया गया है वह भी कब्जा किया हुआ जमीन है। पड़ोसी के दीवाल पर रातों रात छत की ढलाई भी कर दी गई और पीछे के रास्ते से शातिर तरीके से दरवाजा भी खोल दिया गया। पश्चिमी घोड़ाबांधा के वार्ड सदस्य बताते हैं कि सबसे पहले पुष्पा तिर्की ने फ्लैट में ही स्कूल रखा था जिसमे धीरे धीरे कर बच्चो की संख्या बढ़ने लगी तो उसको ट्रस्ट बना दिया गया। पुष्पा रानी तिर्की फ्लैट के मेंटेनेंस का भी खर्च नही देती है। अगर बच्चे कुछ गलती करते थे तो उन्हें महीनों भर तक ताले में बन्द कर दिया जाता था। यहाँ तक कि खाना पीना भी ट्रस्ट के ओर से नही दिया जाता था। अमित शर्मा बताते है कि ट्रस्ट को यहाँ से कही और शिफ्ट करने के आदेश के बाद भी जबरदस्ती यही चलाया जा रहा था। आये दिन ट्रस्ट में नशीले पदार्थों का सेवन भी किया जाता था। जानकारी के अनुसार थाने को जेब मे रखने की बात भी ट्रस्ट के द्वारा कही जाती थी। छत की चाभी भी अपने कब्जे में रखी जाती थी। पूरे बिल्डिंग में हर तरफ गंदगी फैला कर रखा जाता था।