माँ दुर्गा का हो रहा है आगमन, महंगाई की मार झेल रहे रहे मूर्तिकार

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जमशेदपुर:- पूरे एक साल के इंतज़ार के बाद फिर से माँ दुर्गा के आगमन की शुभ घड़ी आ चुकी हैं। चारों ओर अभी से ही खुशनुमा मोहोल हो गया हैं, लोगों में उत्साह भरपूर मात्रा में देखने को मिल रही है। 9 दिनों के इस त्योहार में माँ दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है। शहर मे जगह-जगह पर माँ के मूर्ति की स्थापना होती हैं, ऐसे में दर्शन के लिए लोगों की भीड़ देखते ही बनती हैं। बता दे की माँ दुर्गा की प्रतिमाये भी अब लग-भक बन कर तैयार हो चुकी हैं, ऐसे मे हमारे संवादाता अंकुर सारस्वत ने राम नगर के रोड नंबर 2 के मूर्तिकार कालू दास से की बात चित। इसी क्रम में मूर्तिकार ने बताया की 1987 से वो इस प्रोफेशन में हैं, पर कभी भी क्वालिटी से समझोता नहीं किया हैं। उन्होंने बताया की वो अपने दो साथी के साथ मूर्ति बनाते है और वो लोग एको फ़्रेंडली समान का ही प्रयोग करते हैं, जैसे की वाटर कलर से वो मूर्तियों को पेंट करते हैं। थरमाकाल, ऑइल और प्लास्टिक पेंट जैसे पानी को नुकसान पहुचाने वाले पदार्थ का उपयोग वो नहीं करते हैं। आगे उन्होंने बताया की कोरोना काल में काम सही से नहीं चल रहा था और दो साल बाद उन्हे मौका तो मिला है पर बाज़ार की बढ़ती महंगाई के कारण उन्हें काफी फर्क पड़ा हैं। यहाँ तक की उन्हें महंगाई और सही रेट न मिलने के कारण कई ऑर्डर छोरना भी पड़ा हैं, उन्होंने बताया की उन्हें 20 से 22 मूर्ति बनाने का ऑर्डर था पर वो केवेल 16 मूर्तियों का ही ऑर्डर ले पाए। उनका मानना है कि बढ़ती महंगाई के कारण इस साल दुर्गा पूजा में भी काफी फ़र्क पड़ेगा। हमारे सम्वदाता के पूछने पर उन्होंने बताया की कोरोना काल में काम पर भी काफी असर पड़ा था और 2 साल बाद फिर से सब पहले जैसा लग रहा है। मूर्तियों के बारे में पूछने पर बताया की वो 15 दिन फिनिशिंग के लिए लेते हैं और महालय तक उनकी मूर्ति पूरी तरह से तैयार हो जाती हैं। उन्होंने ये भी बताया की दुर्गा और गणेश पूजा में ही उन्हे बाद ऑर्डर मिलता है। अंत में उन्होंने अपनी बात रखते हुआ कहा की मूर्तिकारियों को उनिके काम का सही रेट मिले।

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