‘लव जिहाद : हिन्दू बहू तो चाहिए, पर हिन्दू दामाद नहीं !’ विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद !
‘लव जिहाद’ के विरोध में देशव्यापी कानून बनाएं ! – महंत यति मां चेतनानंद सरस्वती
जमशेदपुर (संवाददाता ):-विगत 1400 वर्षों से हिन्दू युवती और महिलाओ के विरोध में जिहाद चलाया जा रहा है । हिन्दू युवतियों को फुसलाकर, फंसाकर ‘लव जिहाद’ के जाल में उलझाया जाता है । उनसे विवाह कर बाद में उनका शोषण किया जाता है । अब इसकी सीमा पार हो गई है । ‘लव जिहाद’ के अंतर्गत निकिता तोमर, तनिष्का शर्मा इन युवतियों के हत्याआें की हाल ही की घटनाओ से जिहादियों के मनोबल में वृद्धि हुई है । हिन्दू युवतियों और महिलाओ के बारे में ‘लव जिहाद’ एक राज्य की समस्या न हो कर राष्ट्रीय समस्या है । इसलिए पूरे देश में ‘लव जिहाद’ विरोधी कानून बनाया जाएं, ऐसी मांग गाजियाबाद की डासना देवी मंदिर की महंत यति मां चेतनानंद सरस्वती ने की । वे हिन्दू जनजागृति समिति आयोजित ‘लव जिहाद : हिन्दू बहू चाहिए, पर हिन्दू दामाद नहीं !’ इस विषय पर आयोजित ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद को संबोधित कर रही थी ।महंत यति मां चेतनानंद सरस्वती ने आगे कहा कि, ‘विवाह’ और ‘निकाह’ में क्या अंतर है, यह हिन्दू अभिभावकों ने अपने बच्चों को सिखाया ही नहीं । जो हिन्दू युवक मुसलमान युवतियों से विवाह करते है, उनकी हत्या की जाती है, ऐसी अनेक घटनाएं सामने आई है । हिन्दुओ ने अब बचावात्मक भूमिका छोडकर अपनी युवतियों की रक्षा के लिए प्रयास करना चाहिए ।
सनातन संस्था की प्रवक्ता कु. कृतिका खत्री ने कहा कि विवाह के उपरांत हिन्दू स्त्रियों को ‘अर्धांगिनी’ का पद देते हैं । ‘लव जिहाद’ एक षड्यंत्र है, जिससे हिन्दू युवतियों को बचाने की आवश्यकता है । इस विषय में समाज में जागृति करनी चाहिए । अपनी बेटीयों को धर्मशिक्षा देकर उन पर उचित संस्कार करना चाहिए । साधना के कारण हम लुप्त संतुलन पुन: प्राप्त कर सकते हैं । यदि हमने हिन्दू धर्म के विषय में हिन्दू युवतियों को नहीं सिखाया, तो धर्माभिमान हीन हिन्दू युवतियों को कोई भी बहलाकर भगाकर ले जाएगा । ‘इस्लाम’ क्या है ? उसमें महिलाओ के साथ किस प्रकार का वर्तन किया जाता है ? यह भी हमारी युवितयों को बताने की आवश्यकता है ।
‘लव जिहाद’ भारत की जनगणना का संतुलन बिगाड रहा है ! – श्री. समीर चाकू
हिन्दू युवतियों को फंसाने का ‘लव जिहाद’ सामूहिक षड्यंत्र है । हिन्दू युवक होने का ढोंग कर मुसलमान युवक हिन्दू युवितयों को नियोजित षड्यंत्र में फंसा रहे हैं । हिन्दू युवतियों को मुसलमान युवक से शरियत कानून के अनुसार ‘निकाह’ करना पडता है । इस ‘निकाह’ के उपरांत भी उस महिला को संपत्ति अथवा अन्य अधिकार नहीं मिलते, यह ध्यान रखना चाहिए । हिन्दू युवतियों से ‘निकाह’ कर उनका शोषण कर उनकी हत्या की जाती है, उनसे वेश्या व्यवसाय करवाया जाता है, ऐसी अनेक घटनाएं सामने आई है । ‘लव जिहाद’ भारत की जनगणना का संतुलन बिगाड रहा है, ऐसा ‘द लीगल हिन्दू’ के सहसंस्थापक और राष्ट्रीय समन्वयक श्री. समीर चाकू ने कहा ।