देखिए डीआरएम साहब…टाटा नगर स्टेशन में कोच अटेंडेंट कर रहे है सीट की बुकिंग, टीटी और अटेंडेंट की चल रही है मिली – जुली सरकार, मनमानी तरीके से वसूल रहे है पैसे, जनता की पैसा का कौन देगा हिसाब??? अगले अंक में रेलवे का एक और किस्सा…
जमशेदपुर:- एक तरफ सरकार इस बात का दावा करती है कि भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म कर देगी वही दूसरी तरफ इस तरह के वादों का मजाक सरकारी कर्मचारियों द्वारा ही उड़ाया जाता है। ताजा मामला रेलवे से जुड़ा है।आम तौर पर रेलवे स्टेशन पर काउंटर से टिकट लेने का पुराना रिवाज है। डिजिटल युग में ऑनलाइन भी टिकट ले लेते है लोग। वहीं बिना टिकट के यात्रा कर रहे यात्रियों से फाइन लेने का भी प्रावधान है। लेकिन टाटानगर स्टेशन पर जो नजारा देखने को मिला वह अचंभित करने वाला था।
ट्रेन संख्या 13287 ( साउथ बिहार एक्सप्रेस) में यात्रा करने के लिए कई यात्री प्लेटफॉर्म पर खड़े रहते है। इस बीच वैसे यात्री जिनके पास जनरल टिकट रहते है और उन्हें रिजर्वेशन या एसी कोच में जाने की इच्छा होती है। उनके पास कोच अटेंडेंट जाते है और लग जाते है दलाली की तलाश में। लोक आलोक न्यूज के इस पड़ताल में इस ट्रेन के लगभग सभी अटेंडेंट संलिप्त पाए गए। कुछ तो इतने बेखौफ दिखे कि वे टीटी और रेलवे के अधिकारियों के पद का नाम लेकर भी धड़ल्ले से बता रहे थे सबके काले कमाई की कहानी। कुछ से बात करने पर तो उन्होंने यह भी बता दिया कि एक सीट जिसकी कीमत आठ सौ के लगभग है उसे पांच हजार तक में दिया जाता है वो भी बिना किसी रसीद के। बड़ी बात यह है कि हमारी टीम के पड़ताल में जानकारी मिली कि इस ट्रेन की रोज की हालत यही है। टीटी पैसेंजर को रसीद देना ही नहीं चाहते है लेकिन फाइन के नाम पर कई गुना पैसे वसूले जाते है।
इस मामले में जब अधिकारियों से बात करने की कोशिश की गयी तो एक अधिकारी ने अनाधिकारिक तौर पर बस यह बताया कि कोच अटेंडेंट को सीट बुक करने का अधिकार नहीं है। लेकिन आधिकारिक तौर पर किसी भी अधिकारी ने कुछ बयान नहीं दिया। रेलवे के अधिकारी कैसे जनता को ठग रहे है इस मामले में अगली रिपोर्ट में विस्तार से बताएंगे।