झारखंड में 50 साल में 49% बढ़ी साक्षरता दर, जानें देश के अन्य राज्यों का हाल…
आज विश्व साक्षरता दिवस है और झारखंड ने पिछले 50 वर्षों में साक्षरता के क्षेत्र में लंबी छलांग लगायी है. पिछले 50 वर्षों में झारखंड की साक्षरता दर लगभग 49.33 फीसदी बढ़ी, लेकिन इसके बाद भी राज्य के लगभग 27 फीसदी निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने की चुनौती है. राज्य में वर्तमान में अनुमानित साक्षरता दर लगभग 73 फीसदी है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा तैयार की गयी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 1961 में साक्षरता दर 21.14 फीसदी थी. अगले एक दशक यानी वर्ष 1971 तक साक्षरता दर की प्रतिशत में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ. वर्ष 1971 में साक्षरता का प्रतिशत 23.87 तक ही पहुंच सका. विभाग द्वारा तैयार रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 1991 के बाद साक्षरता के प्रतिशत में तेजी से बढ़ोतरी हुई. वर्ष 2018-19 में झारखंड की अनुमानित साक्षरता दर 73.2 फीसदी रही. वर्ष 2030 तक शत-प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य :
राष्ट्रीय स्तर पर निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने के लिए संचालित कार्यक्रम साक्षर भारत अभियान वर्ष 2018 में बंद हो गया. इसके बाद से राज्य में वर्ष 2019-20 में साक्षर झारखंड के नाम से अभियान शुरू करने का प्रस्ताव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने तैयार किया था, पर यह शुरू नहीं हो सका. कोविड के कारण वर्ष 2020-21 में पढ़ना-लिखना अभियान पूरी तरह प्रभावी नहीं हो सका.
अब केंद्र सरकार ने इस वर्ष से नव भारत साक्षर अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है. इसके तहत वर्ष 2030 तक देश को पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत 15 या उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों को साक्षर बनाया जायेगा. नव भारत साक्षर अभियान में महिला, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक वर्ग पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. वैसे जिला, जहां महिला साक्षरता दर 60 फीसदी से कम है, उन जिलों को प्राथमिकता दी जायेगी.
राज्य में महिलाओं की साक्षरता दर अधिक तेजी से बढ़ी
राज्य में महिला की साक्षरता प्रतिशत पुरुषों की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ी है. वर्ष 2001 में झारखंड की कुल साक्षरता दर 53.56 फीसदी थी. पुरुषों की साक्षरता का प्रतिशत 67.3 व महिलाओं का 38.87 था. वर्ष 2011 में झारखंड की कुल साक्षरता दर में 12.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. साक्षरता बढ़कर 66.4 फीसदी हो गयी. इस दौरान पुरुषों की साक्षरता में 9.50 तो महिलाओं की साक्षरता दर में 16.50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
साक्षरता दर एक महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक कारक माना जाता है, विशेष रूप से भारत जैसे विकासशील देश के लिए. 75वें दौर में भारतीय राष्ट्रीय सर्वेक्षण ने ‘घरेलू सामाजिक उपभोग: भारत में शिक्षा’ पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की. यह रिपोर्ट विभिन्न राज्यों को उनकी साक्षर जनसंख्या के आधार पर रैंक करती है. भले ही भारत सारक्षता दर 100 प्रतिशत हासिल करने से पीछे रह गया, फिर भी यह 77.7 प्रतिशत है. उच्चतम साक्षरता दर केरल ने हासिल की, जबकि सबसे कम साक्षरता दर बिहार का है. india census डॉट नेट की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार की साक्षरता दर 61.80 फीसदी है. आज, अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाते हुए, हम आपके लिए देश के शीर्ष 10 साक्षर राज्यों और केंद्र शासित केरल : केरल 96.2 प्रतिशत साक्षरता दर के इस साथ सूची में सबसे ऊपर है. 2011 की जनगणना के अनुसार, राज्य में लगभग 96.11 प्रतिशत पुरुष और 92.07 महिलाएं साक्षर थीं.
दिल्ली : 88.7 प्रतिशत की साक्षरता दर के साथ दिल्ली सूची में दूसरे स्थान पर है. पुरुष साक्षरता दर 90.94 प्रतिशत और महिला साक्षरता 87.33 प्रतिशत है.
उत्तराखंड : 87.6 प्रतिशत के साथ उत्तराखंड तीसरे नंबर पर है. यहां पुरुष जनसंख्या साक्षरता दर 87.4 प्रतिशत और महिला जनसंख्या के लिए 70.01 प्रतिशत साक्षरता दर है.
हिमाचल प्रदेश : शक्तिशाली हिमालय से घिरे हिमाचल प्रदेश की साक्षरता दर 86.6 प्रतिशत है. पुरुष जनसंख्या की साक्षरता दर 89.53 प्रतिशत है, जबकि महिला साक्षरता 75.93 प्रतिशत है.
असम : असम की 85.9 प्रतिशत आबादी साक्षर श्रेणी में आती है. साक्षर पुरुष जनसंख्या 77.85 प्रतिशत है, जबकि साक्षर महिला जनसंख्या 66.27 प्रतिशत से अधिक है.
महाराष्ट्र : असम के बाद 84.8 प्रतिशत साक्षरता दर के साथ महाराष्ट्र आता है. राज्य में कुल 88.38 प्रतिशत पुरुष आबादी और 75.87 प्रतिशत महिलाएं साक्षर हैं.
प्रदेशों की सूची लेकर आए हैं.. पंजाब : पंजाब की साक्षरता दर 83.7 प्रतिशत है. देश के कृषि राज्य में पुरुष साक्षरता दर 80.44 प्रतिशत और महिला साक्षरता दर 70.73 प्रतिशत है.
गुजरात : पश्चिमी तट पर आवश्यक क्षेत्रों में से एक गुजरात की कुल साक्षरता दर 82.4 प्रतिशत है. राज्य में पुरुष साक्षरता दर 85.75 प्रतिशत, जबकि महिला साक्षरता दर 69.68 प्रतिशत है.
पश्चिम बंगाल : पश्चिम बंगाल की साक्षरता दर 80.5 प्रतिशत है. इस राज्य में पुरुष साक्षरता दर 81.69 प्रतिशत और महिला साक्षरता दर 70.54 प्रतिशत है.
हरियाणा : देश के एक अन्य कृषि राज्य हरियाणा की कुल साक्षरता दर 80.4 प्रतिशत है. राजस्थान के बाद, हरियाणा में पुरुष और महिला साक्षरता दर के बीच सबसे अधिक अंतर है. पुरुष 84.06 प्रतिशत, जबकि महिलाएं 65.94 प्रतिशत साक्षर हैं.