व्याख्यान माला के एक्कीसवें अध्याय में “आजादी, सिनेमा और आज का युवा” विषयक व्याख्यान आयोजित
फिल्में समसामयिक प्रसंगों को जीवंत करने का जीता जागता माध्यम – डॉ. मनीष जैसल
जमशेदपुर (संवाददाता ):-वर्कर्स कॉलेज, जमशेदपुर द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव बड़े धूम-धाम से मनाया जा रहा । इस निमित्त महाविद्यालय द्वारा विभिन्न विषय-विशेषज्ञों के साथ भिन्न-भिन्न विषयों को लेकर निरंतर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं । आज व्याख्यान माला श्रृंखला के एक्कीसवें अध्याय में “आजादी, सिनेमा और आज का युवा” विषयक व्याख्यान आयोजित किए गए । व्याख्यान को मुख्य वक्ता रूप में डॉ. मनीष जैसल ने संबोधित किया । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि फिल्में समाज की समसामयिक मुद्दों को दिखाकर समाज में परिवर्तन लाने का काम करती है । परंतु आज के प्रसंग की बात की जाए तो ऐसा होता न दिखना दुर्भाग्यपूर्ण है । अगर ऐतिहासिक तथ्यों की पड़ताल की जाए तो हम देखेंगे की सिनेमा हमें अंग्रेजों के खिलाफ लोगों को एकजुट कर आजादी दिलाने में महती भूमिका निभाई है । अब भी ऐसे कई गानें हैं जो हमें आत्मबल प्रदान करते हैं, हमारे सैनिकों का मनोबल बढाते हैं एवं हमारे अंदर राष्ट्र भक्ति के भावना पैदा करते हैं । डॉ. मनीष ने एसे कई फिल्में एवं गानों का उदाहरण देकर अपनी बातों को स्पष्ट किया । महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ० सत्यप्रिय महालिक ने व्याख्यान माला श्रृंखला के एक्कीसवें अध्याय का उद्घाटन करते हुए अपने स्वागत वक्त में मुख्य वक्ता डॉ. मनीष जैसल का स्वागत किया एवं कार्यक्रम के सफल आयोजन की शुभकामनाएं प्रेषित की । साथ ही व्याख्यान माला श्रृंखला के बाईसवें अध्याय की रुपरेखा प्रस्तुत की । कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन प्राध्यापक प्रो० भवेश कुमार ने एवं धन्यवाद ज्ञापन अंग्रेजी विभाग की अध्यक्षा डॉ. प्रितीबाला सिंहा ने की । इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक, प्रधान लिपिक, शिक्षकेत्तर कर्मी, छात्र प्रतिनिधि सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे ।