सारंडा के गांवों के सर्वांगीण विकास पर ग्राम-सभा की संयुक्त बैठक आयोजित
नक्सल प्रभावित दीधा पंचायत के थोलकोबाद में मुंडा गंगाराम होनहागा की अध्यक्षता में थोलकोबाद, कुदलीबाद, कुलायबुरु, बालिबा एवं इन्क्रोचमेंट झारखंडी वनग्रामों की ग्राम-सभा की संयुक्त बैठक हुई. ग्राम सभा में सारंडा के गांवों के सर्वांगीण विकास पर विचार-विमर्श किया गया. बैठक में सारंडा के 10 वनग्रामों को राजस्व ग्राम का दर्जा देने, 2013 से वंचित 6 पंचायत के लोगों को पुन: आवास योजना से जोड़ने, वनाधिकार अधिनियम-2006 के गठन के 16 साल बाद भी जनप्रतिनिधियों द्वारा सदन में सवाल नहीं उठाने पर सभा में नाराजगी जताई गई.सभा में सर्वसम्मति से कुलायबुरू से थोलकोबाद भाया बालिबा सड़क का निर्माण तत्काल करवाने, थोलकोबाद से टोयबो (पर्यटन स्थल) तक सड़क का निर्माण, वर्ष 2013 से वंचित सारंडा के 6 पंचायत के ग्रामीणों को आवास योजना से जोड़ने, 1905-1927 के बीच बसे 10 वनग्राम को राजस्व ग्राम का दर्जा देने, थोलकोबाद आवासीय विद्यालय वर्तमान में मनोहरपुर में संचालित है उसको पुनः थोलकोबाद लाने की सरकार से मांग की गई. बैठक को पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा, आस संयोजक सुशील बारला, शांन्तिएल कंडायबुरु, ओडे़या देवगम, छोकरों केराई, गुमिदा जातरमा, विश्वपाल कन्डुलना, देवेन्द्र नाग, गब्रिएल एवं बेनेडिक्ट लुगुन ने भी सम्बोधित किया. सभा में अपने मौलिक अधिकारों के लिए चरणबद्ध आन्दोलन करने का निर्णय लिया गया.