पाहलगाम आतंकी हमले का समर्थन करने वाले युवक को झारखंड पुलिस ने किया गिरफ्तार, सोशल मीडिया पोस्ट में कहा- “थैंक यू पाकिस्तान, थैंक यू लश्कर-ए-तैयबा”…



लोक आलोक सेंट्रल डेस्क:झारखंड के बोकारो जिले से बुधवार को एक युवक को उस समय गिरफ्तार किया गया जब उसने जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए आतंकी हमले के समर्थन में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर विवादित पोस्ट किया। आरोपी मोहम्मद नौशाद (31), बोकारो के बलिदीह थाना क्षेत्र के मिल्लत नगर का निवासी है। उसने उर्दू में पोस्ट करते हुए लिखा –


“थैंक यू पाकिस्तान, थैंक यू लश्कर-ए-तैयबा, अल्लाह तुम्हें हमेशा खुश रखे, आमीन आमीन। अगर RSS, बीजेपी, बजरंग दल और मीडिया को निशाना बनाया जाए तो हमें और खुशी होगी।”
इस पोस्ट के सामने आते ही राज्यभर में आक्रोश फैल गया। रांची के बीजेपी विधायक सी.पी. सिंह और बोकारो के पूर्व विधायक विरंची नारायण ने बोकारो एसपी मनोज स्वर्गीयरी से तुरंत कार्रवाई की मांग की। बलिदीह थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह ने आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। स्थानीय भाजपा नेताओं ने उस पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पुलिस आरोपी के सभी सोशल मीडिया खातों की जांच कर रही है और उससे जुड़ी तमाम जानकारियां इकट्ठा की जा रही हैं।
भाजपा के राज्य अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने पाहलगाम आतंकी घटना में मारे गए नागरिकों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि यह पहला ऐसा आतंकी हमला है जिसमें आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछकर, कपड़े उतरवाकर और कलमा पढ़वाकर उनकी हत्या की। उन्होंने चिंता जताई कि झारखंड में भी इस मानसिकता के लोग मौजूद हैं।
मरांडी ने झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाफिजुल हसन अंसारी पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए कहा कि “यहां कुछ मंत्री मानते हैं कि संविधान से पहले शरिया आता है।” उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता में बैठे कुछ लोग कहते हैं, “मुसलमान कब्र में नहीं हैं, वे सब्र कर रहे हैं। अगर सड़कों पर उतर आए तो कत्लेआम होगा।”
मरांडी ने कहा कि लोकतंत्र में मुद्दों की लड़ाई विचारों और संवाद से लड़ी जाती है, न कि हिंसा की भाषा से। झारखंड पुलिस का कहना है कि जो कानून से खिलवाड़ करेगा, वह बख्शा नहीं जाएगा। राज्य में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
