जमशेदपुर : बिरसानगर का आनंद राव गिरफ्तार, आइआइएफएल सिक्योरिटी लिमिटेड के नाम पर डेढ़ करोड़ वसूलने का है मामला दर्ज
जमशेदपुर: आइआइएफएल सिक्योरिटी लिमिटेड कंपनी के नाम पर ग्राहकों से डेढ़ करोड़ की वसूली करने वाले बिरसानगर आवासन अपार्टमेंट के आनंद राव की गिरफ्तारी में पुलिस टीम को कामयाबी मिली है. इसके पहले से ही उसके खिलाफ साकची, गोविंदपुर और बिष्टुपुर थाने में चार मामले दर्ज हैं. इसका खुलासा एसएसपी डॉ. एम तमिल वाणन ने सोमवार को पुलिस ऑफिस में आयोजित प्रेसवार्ता में किया. आनंद की गिरफ्तारी बिरसानगर थाने में दर्ज मामले में की गयी है.
आनंद राव के बारे में एसएसपी का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी रांची के नामकुम से की गयी है. रांची में वह पहले तो अपने साला के घर पर गया था. उसके बाद वह अपने साढ़ू के घर पर रह रहा था. पुलिस ने लोकेशन के माध्यम से साढ़ू के घर से ही उसे दबोचा.
आनंद राव के खिलाफ साकची थाने में 30 मार्च 2022 को 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने, साकची थाने में ही 15 अप्रैल 2022 को 87 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने, गोविंदपुर थाने में 14 अप्रैल 2022 को 6 लाख 40 हजार की धोखाधड़ी करने औ र बिष्टुपुर थाने में 22 मार्च 2022 को 33 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज है.आरोपी आनंद राव ने फेंचाइजी ली थी. वह इनवेस्टर से खुद ही रुपये की वसूली करता था. यह वसूली वह अपने आइडीबीआइ खाते में करता था. रुपये उसके खाते में ही पहुंचते थे. उसने अपने घर को ही अपना कार्यालय बना रखा. इस काम में उसकी पत्नी भी साथ देती थी. इसके अलावा वह दो अन्य स्टॉफ को भी काम पर रखे हुये था. पत्नी की संलिप्ता सामने नहीं आने के कारण पुलिस ने सिर्फ आनंद राव को ही गिरफ्तार करके सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेजा है. प्रेसवार्ता में एएसपी सुधांशु जैन और बिरसानगर थाना प्रभारी तरूण कुमार भी मौजूद थे.
बिरसानगर स्थित लोयोला बीएड कॉलेज के पास रहने वाले आनंद राव को आइआइएफएल सिक्योरिटी लिमिटेड की ओर से वर्ष 2021 में ही फर्जीवाड़ा करने की शिकायत पर कंपनी से हटा दिया गया था. बावजूद इससे संबंधित शिकायतें मिलने पर कंपनी के सिक्योरिटी मैनेजर रितेश प्रकाश ने 5 अप्रैल 2022 को बिरसानगर थाने में लिखित आवेदन दिया था कि आनंद राव का फ्रेंचाइजी रद्द कर दिया है.