जमशेदपुर के अधिवक्ता ने मोदी और नीतीश कुमार पर साधा निशाना, देश की स्थिति के लिए ठहराया जिम्मेदार…

Oplus_131072


लोक आलोक डेस्क/ जमशेदपुर :जमशेदपुर के अधिवक्ता और समाजवादी विचारक सुधीर कुमार पप्पू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने दोनों नेताओं को देश में मौजूदा हालात के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ये नेता बेरोजगारी और महंगाई जैसे गंभीर मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहे हैं।

पप्पू ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार जानबूझकर बाबर और औरंगज़ेब जैसे ऐतिहासिक नामों को उछालकर युवाओं को भड़काने का काम कर रही है। उन्होंने नीतीश कुमार को भी इसके लिए बराबर का दोषी बताया और कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री मोदी सरकार का समर्थन कर देश को संकट में डाल रहे हैं।
उन्होंने कहा, “युवा अब बेरोजगारी और महंगाई जैसे असली मुद्दों की परवाह नहीं कर रहे, क्योंकि बीजेपी उन्हें अपने सांप्रदायिक एजेंडे में उलझा रही है। जनता अब बीजेपी की दोहरी राजनीति को समझ रही है, यही वजह है कि पार्टी का जनाधार लगातार घट रहा है। लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को कम सीटें मिली हैं, और आने वाले दिनों में यह पार्टी देश से पूरी तरह खत्म हो जाएगी।”
सुधीर कुमार पप्पू ने नीतीश कुमार की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति बिगड़ती जा रही है और बीजेपी उनकी इस राजनीतिक कमजोरी का फायदा उठा रही है। “बीजेपी के पास बिहार में कोई मज़बूत मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं है और वह अपने दम पर सरकार बनाने की स्थिति में भी नहीं है। इसलिए उसे नीतीश कुमार का सहारा लेना पड़ रहा है, लेकिन जेडीयू अब पूरी तरह टूटने की कगार पर है,” पप्पू ने कहा।
इसके अलावा, पप्पू ने नीतीश कुमार पर दो दशकों से सत्ता में रहने के बावजूद बिहार की स्थिति न सुधार पाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और पलायन जैसी समस्याएं और बढ़ी हैं। उन्होंने मीडिया पर भी हमला बोलते हुए कहा कि “मुख्यधारा की मीडिया सरकार की गोद में बैठी है। वह नफरत फैलाने का काम कर रही है, असली मुद्दों पर चर्चा करने के बजाय सत्ता के भोंपू की तरह काम कर रही है।”
पप्पू ने एनडीए गठबंधन को “अलीबाबा और चालीस चोर” बताते हुए कहा कि बिहार की जनता आने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू को करारा जवाब देगी। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार मतदाता दोनों दलों को पूरी तरह नकार देंगे और बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
