मासूम सोमवारी सबर से मिलीं जिला उपायुक्त, आवासीय स्कूल में नामांकन के साथ ही पठन-पाठन, खेल कूद के लिए उपलब्ध कराये सामग्री, दिए ढेर सारा प्यार एवं आशीर्वाद, सोमवारी सबर के शिक्षा एवं देखभाल हेतु दो महिला अभिभावक नियुक्त की गईं, मासूम सोमवारी के जीवन में खुशियां ही खुशियां आए… – विजया जाधव, जिला उपायुक्त
जमशेदपुर :- जमशेदपुर से प्रकाशित एक दैनिक समाचार पत्र के माध्यम से गालूडीह की सोमवारी सबर का मामला संज्ञान में आने के बाद से ही जिला उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव द्वारा समुचित कार्रवाई एवं उचित देखभाल हेतु संबंधित पदाधिकारियों को निदेशित किया गया था । जिला उपायुक्त के निदेशानुसार जिला के पदाधिकारी सोमवारी सबर एवं उनके परिजनों से लगातार संपर्क में रहे। इसी क्रम में आज जिला उपायुक्त अपने कार्यालय कक्ष में मासूम सोमवारी से मिलीं एवं उसका कुशलक्षेम जाना । इस मौके पर जिला उपायुक्त ने मासूम सोमवारी को ढेर सारा प्यार एवं आशीर्वाद दिए। उन्होंने सोमवारी को एडुकेशनल किट(बैग, किताब, कॉपी, टिफिन बॉक्स, पेंसिल, जूते, चप्पल), 10 सेट स्कूल ड्रेस एवं अन्य ड्रेस, फल, टॉफी, हॉर्लिक्स, खिलौने आदि भी दिए।उन्होने बताया कि सोमवारी के पठन-पाठन हेतु नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय, गोलमुरी में नामांकन कराया गया है तथा इसकी देखभाल के लिए दो पदाधिकारियों को महिला अभिभावक के रूप में भी नियुक्त किया गया है जो नियमित अंतराल में सोमवारी के शिक्षा एवं देखभाल हेतु मिलते रहेंगी । सोमवारी का हेल्थ चेक अप कराया गया जिसमें सभी रिपोर्ट सामान्य थे। उन्होने कहा कि सोमवारी की माता के मृत्यु उपरांत के कर्मकांड के कारण 10 दिनों बाद मिल पायीं, हालांकि जिला प्रशासन के पदाधिकारी लगातार इसके गांव के लोग एवं परिजनों से संपर्क में रहे।
जिला उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव ने मासूम सोमवारी से मिलने के बाद कहा कि इसके संबंध में अखबार से मिली खबर द्रवित करने वाली थी। इस नन्ही सी उम्र में अनाथ होना तथा देखभाल के लिए कोई अभिभावक नहीं होने पर जिला प्रशासन का दायित्व बनता था कि इसके लिए समुचित उपाय किए जाएं। उन्होने आश्वस्त किया कि मासूम सोमवारी को अब कोई कठिनाई नहीं होगी, इस मासूम के जीवन में खुशियां ही खुशियां आए। जिला उपायुक्त ने कहा कि सबर एवं अन्य आदिम जनजाति परिवारों को लेकर जिला प्रशासन काफी संवेदनशील है तथा वैसे सभी गांवों में नियमित रूप से हेल्थ कैंप आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। जिन लोगों को आवास की आवश्यकता है ऐसे लाभुकों को बिरसा आवास योजना के तहत अविलंब आच्छादित किया जाएगा एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी दिया जाएगा । जिले के सभी प्रखंडों के सबर एवं अन्य आदिम जनजाति के लोगों का डेमोग्राफिक प्रोफाइल तैयार करके व्यवस्थित तरीके से सभी को कल्याणकारी योजनाओं से जोड़े जाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।