10 वर्षों में दुनिया की जरूरतों का एक तिहाई दूध का उत्पादन करेगा भारत : जयेन मेहता
जमशेदपुर : शुक्रवार को एक्सएलआरआइ में 11 वें डॉ वर्गिस कुरियन मेमोरियल ऑरेशन का आयोजन किया गया. इस दौरान दुग्ध क्रांति के जनक डॉ वर्गिस कुरियन को जहां याद किया गया, वहीं भारत में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आर्थिक रूप से सबल बनाने की दिशा में डॉ कुरियन द्वारा किये गये कार्यों से सभी को अवगत भी कराया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में अमूल के एमडी सह गुजरात को ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के प्रमुख जयेन मेहता उपस्थित थे. उन्होंने एक्सलर्स को संबोधित करते हुए सोशल इंटरप्रेन्योर की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया. साथ ही कहा कि भारत अभी अपने सबसे अच्छे दौर से गुजर रहा है. क्योंकि देश की 70 प्रतिशत आबादी की उम्र 30 वर्ष से कम है. इस यंग वर्कफोर्स के साथ भारत अगर चाहे तो हर क्षेत्र में अव्वल हो सकता है. उन्होंने कहा कि डॉ वर्गिज कुरियन के बारे में कुछ भी बोलना उनके लिए सूरज को दीया दिखाने की तरह होगा, क्योंकि उन्होंने उनके सानिध्य में ही सारा कुछ सीखा है. उन्होंने कहा, “भारत में 107 डेयरी प्लांट और 50 से अधिक उत्पादों के साथ, अमूल प्रतिदिन 310 लाख लीटर से अधिक दूध एकत्र करता है. सालाना 22 बिलियन पैक बेचने के साथ, अमूल का कारोबार 80,000 करोड़ रुपया है और अब इसे 36 लाख किसानों के स्वामित्व वाले विश्व स्तर पर सबसे मजबूत डेयरी और खाद्य ब्रांड के रूप में स्थान दिया गया है. डॉ. कुरियन का दृष्टिकोण सिर्फ अमूल के लिए नहीं था, बल्कि आईपीएल मॉडल की तरह हर राज्य का अपना ब्रांड होना था. अमूल से प्रेरित ये ब्रांड किसानों का समर्थन करने और बहुराष्ट्रीय कंपनियों को बाहर रखने के लिए मिलकर काम करते हैं. भारत अब दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक है. फिलहाल दुनिया में दूध की जरूरतों के 24 प्रतिशत की आपूर्ति भारत से होती है, लेकिन अब आने वाले 10 वर्षों में दुनिया के कुल दूध का एक तिहाई उत्पादन करने के लिए भारत तैयार है. भारत 1997 से दूध उत्पादन में लगातार पूरी दुनिया में नंबर वन है. कहा कि डेयरी सिर्फ एक व्यवसाय नहीं है – यह ग्रामीण भारत के लिए एक जीवन रेखा है.” इससे पूर्व एक्सएलआरआइ के डीन एडमिन फादर डोनाल्ड डिसिल्वा ने जहां डॉ कुरियन से आत्मनिर्भर भारत बनाने का सबसे बड़ा ब्रांड अंबेसडर करार दिया. वहीं,एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फादर एस जॉर्ज ने कहा कि भारत के गांवों की महिलाओं के उत्थान और कुपोषण से दूर करने में डॉ कुरियन की जो भूमिका रही है, वह सालों-साल याद की जाएगी. उनसे सभी को सबक लेने का आह्वान किया.
यूरोपियन कंट्री में भी अमूल की हो गई इंट्री
जयेन मेहता ने कहा कि अमेरिका में हाल ही में अमूल की लांचिंग की गई है. यह बेहद सफल रहा है. अब वे पहली बार यूरोपीय बाजार में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं और यह ब्रांड के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. कहा कि प्रासंगिक बने रहने के लिए, अमूल अपनी क्षमता और बुनियादी ढांचे का लगातार विस्तार करते हुए प्रोटीन युक्त, जैविक और रसायन-मुक्त उत्पाद तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करता है. जिस वजह से ग्राहक उसके उत्पाद पर भरोसा करते हैं. यह सब डॉ. कुरियन द्वारा स्थापित पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर किया जाता है. “अगर भारत दुनिया को कोई उपहार दे सकता है, तो वह सहकारी कार्य प्रणाली होगी. श्री मेहता ने कहा कि डेयरी यहां सिर्फ एक व्यवसाय नहीं है – यह ग्रामीण भारत के लिए आजीविका का एक स्रोत है”.
पापा ने अमीर और गरीब के बीच की दूरियां मिटाई : निर्मला कुरियन
कार्यक्रम के दौरान डॉ वर्गिज कुरियन की बेटी निर्मला कुरियन भी मौजूद थी. उन्होंने कहा कि जीवन अनमोल है, उसे गलत चीजों में खत्म नहीं करनी चाहिए. टैलेंट के बेस्ट इस्तेमाल पर उन्होंने बल दिया. कहा कि उनके पिता ने भारत के गांवों में रहने वाले गरीब और अमीरों के बीच के गैप को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. साथ ही कहा कि हमेशा बड़ा सोचना चाहिए, लेकिन उसके केंद्र में सिर्फ अपना और अपने परिवार का नहीं बल्कि भारत का उत्थान भी छिपा होना चाहिए.