श्रीनाथ विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह पूरे धूमधाम से हुआ सम्पन्न,रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति के साथ ही प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन
आदित्यपुर : श्रीनाथ विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस समारोह पूरे धूमधाम से सम्पन्न हुआ । इस अवसर पर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । सर्वप्रथम गिरिजा शंकर प्रसाद , संस्थापक शम्भु महतो ,श्रीनाथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुखदेव महतो तथा प्रबंधन की सदस्य संध्या महतो ने झंडोत्तोलन किया ततपश्चात मुख्य अतिथि के साथ सभी ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया ।
इस अवसर पर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद ने कहा कि विद्यार्थियों को अनुशासित होने की आवश्यकता है क्योंकि यही अनुशासन उन्हें अपने लक्ष्य तक ले जाएगा । विधार्थियो को उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि आप डॉक्टर , इनजिनीयर से पहले एक नागरिक बने और एक दूसरे के काम आएं । अपने वक्तव्य में उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि मोबाइल फोन का उपयोग एक सीमा तक तो सही है परंतु अत्यधिक सोशल मीडिया से जुड़े रहने को सही नहीं कहा जा सकता साथ ही प्रसाद ने छात्रों को नैतिक मूल्यों के महत्व को भी बताया और कहा कि यह नैतिक मूल्य ही है जो हम निहत्थे हिंदुस्तानियों में इतनी ऊर्जा का संचार किया था कि हमारे वीर महापुरूष गोली, बंदूक और तोपों के समक्ष खड़े हो गए और आज के छात्रों में भी इसी नैतिक मूल्यों की आवश्यकता है ।
श्रीनाथ विश्वविद्यालय के सचिव गुरुदेव महतो ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह आज़ादी हमें वीर सपूतों के वजह से प्राप्त हुई है । हम ऐसे कई महापुरुषों के नाम तक नहीं जानते जिन्होंने देश के लिए अपनी जान गवां दी लेकिन उनका नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज तक नहीं है साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने देश की अखंडता और सम्प्रभुता को अक्षुण्ण बनाये रखना चाहिए ।
समारोह में कई रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति हुई साथ ही प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का अंतिम चरण भी सम्पन्न हुआ जिसमे प्रथम स्थान पर प्रसेनजित तथा रोबिन रहे,वही द्वितीय स्थान पर मनीष अमृत तथा गौरंगो और तृतीय स्थान पर अभिषेक एवं सूरज रहे । वही बता दे ग्रुप डिस्कशन में प्रथम स्थान पर अंजू महतो रही ,द्वितीय स्थान पर संदीप कुमार कुमार और तृतीय स्थान पर विवेक कपूर रहे. इस अवसर पर श्रीनाथ विश्वविद्यालय के प्रबंधन की सदस्य , सभी विभाग के विद्यार्थी एवं सहायक प्राध्यापक सम्मिलित हुए ।