आयकर अधिकारियों ने एल.बी. एस. एम. कॉलेज में आयकर प्रावधानों की दी जानकारी
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जमशेदपुर : – आयकर विभाग के अपर आयुक्त कार्यालय, रेंज-1, जमशेदपुर ने आउटरीच कार्यक्रम के तहत एल. बी. एस. एम. कॉलेज के वाणिज्य विभाग के सहयोग से ‘भारत में आयकर प्रावधान’ विषय पर संगोष्ठी आयोजित की।
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कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। एल. बी. एस. एम कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डॉ. अशोक कुमार झा ने स्वागत करते हुए कहा कि संगोष्ठी का विषय व्यावहारिक जीवन के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, यह छात्रों के पाठ्यक्रम की दृष्टि से भी उपयोगी है। हर किसी को आयकर प्रावधानों के बारे में समझना आवश्यक है। अधिनियमों में बहुत सारे तकनीकी बदलाव होते रहते हैं, जिनकी जानकारी न होने के बाद कारण लोग दोषी न होने के बावजूद दोषी हो जाते हैं। डिजिटल अनुपालन में विलंब के चलते कई धाराओं में दंडात्मक प्रावधान भी है। इसे बारीकी से समझना सबके लिए आवश्यक है। इतनी उपयोगी संगोष्ठी के लिए आयकर विभाग को उन्होंने
धन्यवाद दिया।
जमशेदपुर, यूनिट-2 के आयकर पदाधिकारी श्रीनिवास कुंडरू ने विषय प्रवेश कराते हुए इस बात पर जोर दिया कि समय के साथ परिवर्तित होते आयकर प्रावधानों को ठीक से समझने पर यह आसान हो जाता है। आयकर प्रावधानों को ठीक से समझकर बच्चे खुद के साथ-साथ परिवार के लिए भी उपयोगी बन सकते हैं।
यूनिट-1 के आयकर पदाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने पीपीटी के माध्यम से आयकर के इतिहास, वर्तमान प्रावधान, कौन कौन आयकर के दायरे में है, आयकर रिर्टन किसको-किसको फाइल करना जरूरी है आदि पर विस्तार से प्रकाश डाला। इसी क्रम में यह भी जानकारी दी कि किसी की आमदनी यदि साढे छह-सात लाख वार्षिक है और विभिन्न जमा योजनाओं के माध्यम से उसे विश्वास है कि वह आयकर के दायरे में नहीं आता, तो वह टीडीएस प्रभाग से धारा 197 के तहत निल डिडक्शन सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकता है। इसके बाद उसकी टीडीएस कटौती नहीं की जा सकती। पीपीटी के बाद संगोष्ठी के विषय से संबंधित रोचक और प्रभावशाली अंदाज में
क्विज का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने उत्साह से भाग लिया। सभी 10 विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। अध्यक्षता प्रो. डॉ. अशोक कुमार आने की तथा संचालन वाणिज्य विभाग के प्रो. विनोद कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन प्रो. विजय प्रकाश ने किया। इस दौरान स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग के छात्र विशेष रूप से मौजूद थे। इस आयोजन में डॉ. डी. के मित्रा, डॉ. दीपंजय श्रीवास्तव, प्रो. पुरुषोतम प्रसाद, प्रो. संतोष राम, डॉ. रीतू, डॉ. जया कच्छप, डॉ. अरविंद पंडित, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. प्रमिला किस्कू, डॉ. सलोनी रंजने, डॉ. सुधीर कुमार, डॉ. रानी, प्रो. शिप्रा बोयपायी और सुमित्रा सिंकु भी उपस्थित थे।
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