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जुबली पार्क का उद्घाटन

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जमशेदपुर में एक पार्क स्थापित करने की योजना पहली बार 1937 में बनाई गई थी। लेकिन 1955 में जब कंपनी अपनी स्वर्ण जयंती मनाने के लिए तैयारी कर रही थी, तब परियोजना को फिर से शुरू किया गया। पार्क का लेआउट की जिम्मेदारी संयुक्त रूप से मैसूर के वेटरन लैंडस्केप आर्किटेक्ट जी एच क्रुम्बिएगल और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर के हॉर्टीकल्चर एडवाइजर बी एस निरोड़ी को सौंपा गया था। क्रुम्बिएगल और बी एस निरोडी, दोनों को मैसूर के प्रसिद्ध पार्क और राष्ट्रपति भवन के उद्यानों को डिजाइन करने का श्रेय दिया जाता है। पार्क के मुख्य लेआउट डिजाइन करने का काम पूरा करने के तुरंत बाद श्री क्रुम्बिएगल का निधन हो गया। इसके बाद का विवरण और आर्कीटेक्चरल डिजाइन आर बी जे पटेल द्वारा तैयार किया गया। कंपनी की स्वर्ण जयंती के अवसर पर 1 मार्च 1958 को तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा जमशेदपुर के नागरिकों को जुबली पार्क समर्पित किया गया। चुनार पत्थर से बनी हमारे संस्थापक जमशेदजी एन टाटा की दोहरी आदमकद प्रतिमा पार्क के सबसे उच्चतम बिंदु पर अवस्थित है, जहां से सामने विस्तृत पूरे पार्क का विहंगम दृश्य दिखायी देता है।

जुबली पार्क पर तथ्य

जुबली पार्क 200 एकड़ जमीन पर अवस्थित पार्क है और इसे वृंदावन गार्डन के समान बनाया गया है। इसके आश्चर्यजनक बहुत ही सावधानीपूर्वक बनाया लैंडस्केप, जीवंत फव्वारे और पंक्तिबद्ध गलियारे के किनारे लगे पेड़ दलमा पहाड़ियों के साथ मेल खाते हैं। पार्क के भीतर एक मुगल गार्डन, चिल्ड्रेन पार्क, निक्को पार्क, मेडिसिनल गार्डन, रोज गार्डन, जूलॉजिकल पार्क, स्मृति उद्यान और शताब्दी उद्यान स्थित है। फूलों और पत्तेदार प्रजातियों की 100 से अधिक पेड़-पौधे एक मनोरम सुंदर परिदृश्य और जैव विविधता केंद्र का निर्माण करते हैं। लैंडस्केप गार्डन के विभिन्न तत्व जैसे – पेड़, हेज (बाड़) और मौसमी पौधों ने परिसर की पारिस्थितिकी और पर्यावरण को बढ़ाया है। जयंती सरोवर पार्क के किनारे पर मानव निर्मित झील सर्दियों में प्रवासी पक्षियों के लिए पसंदीदा स्थल है। जुबली पार्क में एक मनोरंजन पार्क भी है, जिसमें वाटर बेस्ड राइड्स, डैशिंग कार, डर्बी राइड, कैटरपिलर राइड और 75 मीटर लंबा स्लाइड है। जुबली पार्क के भीतर एक और विशेषता है, जो हजारों की संख्या में आगंतुकों को आकर्षित करती है और वह है लेजर और म्यूजिकल फाउंटेन।

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 जी. एच. क्रुम्बिएगल : जुबली पार्क के निर्माता

जी.एच. क्रुम्बिएगल का जन्म 18 दिसंबर, 1865 को ड्रेसडेन के पास लोहमेन में हुआ था। 1908 में मैसूर के शासक कृष्णराजा वोडेयार ने उनकी सेवा प्राप्त करने का अनुरोध किया था। उन्होंने लाल बाग गार्डन के एक इकोनॉमिक बॉटनिस्ट और सुपरीटेंडेन्ट के रूप में जॉन कैमरन का स्थान लिया। उन्होंने कई ऐसे पौधों से परिचय कराया, जो वहां के लिए नये थे। वे वृंदावन गार्डन की डिजाइनिंग में भी शामिल थे, जिसने बागवानी की मुगल शैली को पुनर्जीवित किया। वे मैसूर हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी से भी जुड़े थे, जिसे 1912 में शुरू किया गया था। एक कंसल्टिंग आर्कीटेक्ट के रूप में उन्होंने पुराने स्मारकों की सुरक्षा के लिए नियम बनाये और नये भवनों के डिजाइन की जांच की, जिनमें मैसूर के महाराजा के लिए गेस्टहाउस, कोलार के नगरपालिका पार्क में एक पैवेलियन और क्वेटा में ब्रिटिश रेजीडेंसी के लिए बने भवन शामिल थे। उन्होंने मैसूर के इंजीनियरिंग कॉलेज में आर्किटेक्चर और सिविक डिजाइन के विजिटिंग प्रोफेसर के रूप में काम किया। वे 1912 में स्थापित द मैसूर हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी के सह-संस्थापक भी थे।

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