जिले के 339 विद्यालयों में आवश्यकतानुसार भवनों का रिनोवेशन व अतिरिक्त वर्ग कक्ष का निर्माण कर विद्यालयों में आधारभूत संरचना को किया जा रहा है सुढृढ़
चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत शिक्षा के क्षेत्र में आधारभूत संरचना को सुदृढ़ बनाने के तदर्थ जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त के निर्देशन पर डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट(डीएमएफटी) के तत्वाधान पर जिले में संचालित विद्यालयों के मौजूदा भवनों का मरम्मती तथा वैसे विद्यालय जहां उपलब्ध व्यवस्था अनुरूप कमरों का अभाव है, उन स्थानों पर आवश्यकतानुसार अतिरिक्त वर्ग कक्ष निर्माण की योजना को प्राथमिकता दिया गया। योजना तहत शिक्षा कार्यालय द्वारा अनुमोदित सूची के आधार पर 269 विद्यालयों का जीर्णोद्धार कार्य तथा 70 विद्यालयों में कुल 160 अतिरिक्त कमरों के भवन निर्माण के लिए प्राक्कलन पश्चात डीएमएफटी संचालन हेतु निर्धारित मानदंडों का पालन करते हुए योजना को स्वीकृति प्रदान कर इसे धरातल पर क्रियान्वित किया गया।
अतिरिक्त कमरों के निर्माण तहत 61 विद्यालयों में 2 कमरे, 8 विद्यालयों में 4 कमरे व 1 विद्यालय में 6 कमरे का भवन निर्माण संलग्न है, जिनमें 59 विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग कक्ष निर्माण को पूर्ण कर लिया गया है। विद्यालय जीर्णोद्धार तहत 83 स्थानों पर जीर्णोद्धार कार्य पूरा व तकरीबन 30 स्थलों पर 75% या से ऊपर, 25 स्थानों पर 50% या से ऊपर का कार्य पुरा है एवं शेष स्थलों पर निर्माण कार्य प्राथमिकता के तौर पर जारी है। विद्यालयों में आधारभूत संरचना सुदृढ़ीकरण के तहत जिले के 29 विद्यालयों के भवनों का नव निर्माण से संबंधित योजना भी निविदा उपरांत एकरारनामा की प्रक्रिया में है।
जिला तहत शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों के आधारभूत संरचना को मजबूत बनाने की इस पहल के पीछे जिला प्रशासन का एक ही मकसद है कि क्षेत्र के बच्चे विद्यालयों के प्रति आकर्षित हों एवं बेहतर माहौल में अपनी पढ़ाई पूरी करें। आज विद्यालयों के मरम्मती व अतिरिक्त कक्ष के निर्माण से उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम प्रयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा। यहां के बच्चे प्रारंभिक स्तर से ही विद्यालयों से जुड़़ें, इसके लिए जिला प्रशासन लगातार कृत संकल्पित है।