सरायकेला जिला में थम नही रहा अबैध बालू खनन,सारा रात चल रहा है खेल,बाहर से आये बालू माफिया अपनी ऊंची पहुंच का देता है धौस…
सरायकेला:-सरायकेला खरसवां जिला के तिरुलडीह बालू घाट शुरू से ही चर्चा में रहा है। अबैध बालू का उठाव को लेकर यहाँ लगातार करवाई भी होती है।अगर बात करे स्वर्णरेखा नदी का तो यहाँ तिरुलडीह बालू घाट तिरुलडीह चर्चा का विषय बना हुआ है जो थाना क्षेत्र में है।रोजाना शाम ढलते ही तिरुलडीह बालू घाट में ट्रैक्टर का गड़गड़ाहट शुरू हो जाता है जहाँ रात भर बालू का उठाव व भंडारण नदी किनारे कई बीघा में फैले मैदान में किया जाता है ।अबैध बालू का यह खेला रात भर चलता है जिसे हाइवा द्वारा पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में सप्लाय किया जाता है। ।इतना बड़ा पैमाने पर बालू का कारोबार संचालित होने के बाद भी पुलिस प्रसाशन मौन है जो बात हजम नही हो रही है।सुनने को तो यह भी मिल रहा है कि इस अबैध कारोबार में कई लोग शामिल है लेकिन इसका मुखिया कोई बाहर से आया सख्स है जो जेने केने प्रकारेण अपना जाल को चला रहा है।उसके यहाँ रोजाना मद मुर्गा का दरबार लगाया जाता है जिसमे कई लोग लुफ्त उठाते है।ये बालू माफिया नीचे से ऊपर तक का धौस दिखाकर लोगो मे रौब जमाता है जिससे लोग खुले मुह इससे नही लगते।वैसे तो इस अबैध कारोबार पर विभाग व प्रशासन पर ही जांच का अधिकार है।
इतना बड़े पैमाने पर बालू का अबैध कारोबार से रोजाना सरकार को सैकड़ो का चूना लगाया जा रहा है।स्थानीय लोगो का माने तो इस कारोबार में कई नामचीन लोग संलिप्त है जो जांच का विषय हैं।