दिल में जज्बा हो तो मंजिल दूर नहीं.. को साकार करते-देशभक्त उमेश गोपीनाथ जाधव
जमशेदपुर- पुलवामा अटैक की घटना से प्रभावित होकर सिविलियन देशभक्त उमेश गोपीनाथ जाधव जिन्होंने पुलवामा के सभी वीर शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी को संग्रहित कर पुलवामा में बने वार मेमोरियल में सुपुर्द करने का काम किया था। यही नहीं बल्कि सेना के 150 शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी को देश के कोने कोने से संग्रहित कर सभी शहीद परिवार के संवेदना को एक सूत्र में पिरोने का कार्य निरंतर कर रहे हैं। जानकारी मिलने पर अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, पूर्वी सिंहभूम के सदस्यों ने उन्हें संपर्क कर झारखंड बुलाया एवं देशभक्ति की इस मिसाल को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से कई संस्थाओं एवं झारखंड के महामहिम राज्यपाल रमेश बैस से भी मुलाकात कराई।
इसी क्रम में उन्हें बेंगलुरु में आयोजित आर्मी डे परेड में भी अपने वाहन के साथ शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इसके साथ ही देश के सर्वोच्च पराक्रम पुरस्कार विजेता परमवीर चक्र योगेंद्र सिंह यादव, महावीर चक्र विजेता एवं शहीद की पत्नियों से मिलने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के पूर्व आयोजित होने वाले शहीद सम्मान के कार्यक्रम को इंडियन आइडल सोनी टेलीविजन पर सीधा प्रसारण कल दिनांक 22 जनवरी रात 8:00 बजे देखा जा सकता है। एक सिविलियन होने के बावजूद शहीद एवं उनके परिवार का सम्मान बढ़ाने के लिए पूरे देश में उमेश गोपीनाथ जाधव भ्रमण कर देशभक्ति की मिसाल कायम कर रहे हैं। इस क्रम में वह सिनेमा जगत के स्टार, स्कूल के बच्चों, सेना एवं प्रशासन के अधिकारियों के साथ साथ सभी जनप्रतिनिधियों से मिलकर वीर सैनिकों के परिवार के प्रति सहानुभूति एवं सम्मान दिलाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है।
पूरे कार्यक्रम की जानकारी पूर्व सैनिक सेवा परिषद के पूर्व प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार सिंह, सार्जेंट अनिरुद्ध सिंह एवं राजू रंजन निरंतर संपर्क में बने हुए हैं। उमेश गोपीनाथ ने बताया कि जो सम्मान एवं प्यार झारखंड में उन्हें प्राप्त हुआ उसे कभी भुला नहीं सकते। उनके शहर आगमन पर शासन-प्रशासन आर्मी के साथ-साथ स्कूल कॉलेज एवं सामाजिक संगठनों ने भी उनके कार्य को बढ़-चढ़कर सराहना की। उनका आग्रह है कि समाचार पत्रों के माध्यम से कल रात 8 बजे इंडियन आइडल सोनी टेलीविजन पर होने वाले कार्यक्रम की जानकारी पूरे झारखंड वासियों को दिया जाए जिससे देखकर उनके मन में देशभक्ति का जज्बा पैदा हो।