लोगो के उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रही आइएएस एसडीएम,अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर की हटाने की मांग,कोर्ट कार्य का बहिष्कार जारी
बिक्रमगंज (उदय कुमार सिंह) :- तत्कालीन आइएएस एसडीएम सी के अनिल का बिक्रमगंज से तबदला होने के उपरांत पुनः करीब 28 वर्षों के अंतराल पर पहली बार आइए एस एसडीएम के रूप में महिला पदाधिकार प्रियंका रानी ने अपना योगदान दिया है।हालांकि इस बीच कई आइए एस पदाधिकारी ने अपना बिक्रमगंज मे एसडीएम के पद पर योगदान भी दिया और अपना कार्यकाल समाप्त कर यहां से चले भी गए।लेकिन आम जनमानस के बीच तत्कालीन एसडीएम रहे सी के अनिल की तरह अन्य किसी ने अपनी कार्यकुशलता के बदौलत न जानता का दिल जीत सके और न ही लोकप्रियता ही हासिल किया।महिला पदाधिकारी के रूप में पहली बार किसी आइएएस ने बिक्रमगंज मे एसडीएम के पद पर योगदान देकर अनुमंडल क्षेत्र के चहमुखी विकास की बागडोर अपने हाथो में संभाली।आइएएस महिला पदाधिकारी के रूप में पहली बार पदभार ग्रहण किए जाने से आम अवाम के बीच एक उम्मीद जागृत हुई कि अब पुनः तत्कालीन आइए इस एसडीएम रहे सी के अनिल की तरह मैडम भी अनुमंडल मे कैंसर से भी खतरनाक रुख अखतियार कर चुका व्याप्त भ्रष्टाचार की खात्मा के अलावा बढ़ते रिश्वतखोरी,कमीशनखोरी, दलालों से घिरे विभागों पर अंकुश लगाने के साथ खुलेआम चल रहे अनैतिक कारोबार आदि की रोकथाम पर पूर्ण विराम लगायेगी तथा लोगो को ससमय न्याय मिलेगा एवं त्वरित गति से कार्यों का निष्पादन हो पायेगा। ऐसे कई अंगीनित सपने संजोय अनुमंडलवासियों ने अपने दिलोदिमाग मे रखा।लेकिन समय के साथ साथ लोगो की उम्मीदें अब धूमिल होते नजर आने लगी है।वजह चाहे जो भी हो मगर विकास की पटरी आगे बढ़ने के वजह पीछे की ओर खींचने लगी है।भ्रष्टाचार पर अंकुश लगने के बजाय बढ़ती जा रही है।गलत मनसूबे वाले माफियाओं व कारोबारियों आदि की चांदी कट रही है। दलालों से घिरे सरकारी विभागों में आज भी दलालों का ही दबदबा व बोलबला कायम है।न्यायलय कार्य लगभग ठप सी पड़ गई है।ससमय कार्यों का संपादन नहीं होने से अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यशैली से अधिवक्ताओं समेत अन्य लोगो मे नराजगी बढ़ती जा रही है। एसडीएम के अमर्यादित व्यवहार से आक्रोशित अधिवक्ताओ न केवल पिछले वर्ष 20 दिसम्बर यानी सप्ताहों से अनुमंडल कार्यालय का कार्य बहिष्कार कर रखा है।बल्कि कार्यालय के बाहर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन कर जमकर नारे बाजी करते हुए एसडीएम प्रियंका रानी का विरोध जताते हुए सरकार व जिला प्रशासन से हटाने की मांग करने लगे है।आइएएस एसडीएम साहिबा की कार्यशैली से नराज़ दर्जनों अधिवक्ताओं ने तानाशाही एवं मनमानी पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए बताया कि धारा 144,145,107 व 108 आदि मामलो की सुनवाई का कार्य महीनो से ठप पड़ गया है।लोग अपने केश की पैरवी करने समेत अन्य कार्यों के संपादन के लिए दूरदराज से इस कड़ाके के पड़ रही ठंड के मौसम मे आते है और बगैर कार्य संपादित कराए ही वापस उन्हें वापस हो जाना पड़ता है। यहां तक कि किसी का फोन भी रिसीव नहीं करती।आंदोलित अधिवक्ताओं ने बताया कि अब अनुमंडल कार्यालय में अगला कार्यक्रम तालाबंदी का होगा। उधर सूत्रों पर विश्वास किया जाय तो एसडीएम साहिबा संपन्न त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व शपथ ग्रहण मे व्यस्थता अत्याधिक होने की वजह से कार्यालय कार्य व कोर्ट नहीं कर पाई है।हालांकि एसडीएम प्रियंका रानी का सम्पर्क नहीं होने से उनका विचार नहीं जाना जा सका है।