झारखंड के आईएएस (IAS ) अधिकारियों को तोहफे में मिलती है फ्लैट, मोबाईल, वुडन बेड और शराब की बोतल… जानें किसे क्या मिला है गिफ्ट…
रांची :- झारखंड सरकार के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के कुछ अधिकारियों को तोहफे के रूप में शराब की बोतल से लेकर फ्लैट तक मिलने की भी बात सामने आई है। दरअसल, भारत सरकार के कार्मिक प्रशासनिक सुधार विभाग को जनवरी 2023 में दिये गये अचल संपत्ति के विस्तृत ब्यौरे में संबंधित अधिकारियों ने ही इसका उल्लेख किया है। जाहिर तौर पर यह मामला उजागर होने के बाद कहीं न कहीं तो इन अधिकारियों की साख पर बट्टा तो लगा है। खासकर, रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को गिफ्ट में वुडेन बेड, आइफोन और शराब मिलना प्रशासनिक महकमे के साथ आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, आम लोग भी इस मामले के सामने आने से हैरत में हैं। क्योंकि रांची के पूर्व डीसी का जैसा नाम है, ठीक उसी तरह की उनकी छवि भी साफ-सुथरी ही मानी जाती रही है। बावजूद इसके इस तरह का मामला सामने आने से उनकी छवि को लेकर लोग जैसे दंग से रह गए हैं। अब सवाल यही उठ रहा है कि आखिरकार रांची के पूर्व डीसी ने कैसे गिफ्ट में वुडेन बेड, सीसीएम, ओटीजी, सैमसंग टैबलेट, डायनिंग टेबल, ज्वेलरी, आइफोन, वन प्लस मेक, निकान कैमरा और यहां तक की लीकर भी कबूल कर लिए। वैसे भारत सरकार के कार्मिक प्रशासनिक सुधार विभाग को उनके द्वारा दिये गए अचल संपत्ति के विस्तृत ब्यौरे में जो खुलासा हुआ है उसके मुताबिक उन्होंने बताया है कि उन्हें उनके मित्र से गिफ्ट के रूप में शराब की बोतल मिली है। जबकि परिजनों और मित्रों से आइ-फोन व कैमरा भी तोहफे के रूप में मिले हैं।
जानते हैं और किन अफसरों को क्या-क्या मिला गिफ्ट
रांची के पूर्व उपायुक्त राय महिमत रे को गिफ्ट में सोने और हीरे के आभूषण, लैपटॉप और कैमरा मिला है। वहीं, जामताड़ा के डीसी फैज अहमद की पत्नी को मायके से गिफ्ट में फ्लैट मिला है। रांची में 1.25 करोड़ का यह फ्लैट उनके ससुर डॉ फैयाज अहमद ने अपनी बेटी को दिया है। इनके अलावा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में पदस्थापित ए मत्थु कुमार को भी ससुराल से तोहफे मिले हैं। इनमें करोड़ों के मदुरई के पांच भूखंड शामिल भी शामिल है। जामताड़ा के डीसी की पत्नी को मायके से 1.25 करोड़ का फ्लैट मिला है। पलामू के डीसी ए डोड्डे को रांची के ओयना में 31.42 लाख रुपये का फ्लैट मिला है। वहीं, एक मुत्थु कुमार को मदुलई में 45 लाख के तीन प्लॉट के अलावा वहां 60 लाख का मकान और 40 लाख की जमीन तो मिली ही है। उन्हें कन्याकुमारी में भी 25 लाख की जमीन मिली है। इससे समझा जा सकता है कि झारखंड के आइएएस अधिकारी भी किस तरह से अकूत संपत्ति के मालिक हैं।
हालांकि रिपोर्ट में यह भी जानकारी मिली है कि झारखंड में पदस्थापित 24 उपायुक्तों में से केवल 8 अधिकारियों के पास ही रांची में अंचल संपति है।