गणेश चतुर्थी आज, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

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दिल्ली:-   आज शुक्रवार को गणेश चतुर्थी के दिन पूरे देश भर में गणेश पूजा का त्योहार मनाया जा रहा है. भगवान गणपति पंडालों में विराजमान हो चुके है, भक्तों में खूब उत्साह है, आज भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इस पर्व को खासतौर से महाराष्ट्र में मनाया जाता है. पारंपरिक रूप से भाद्र शुक्ल चतुर्थी तिथि को श्रद्धालु अपने-अपने घरों में गणपति प्रतिमा को स्थापित करके उनकी प्राण-प्रतिष्ठा सहित पूजा करते हैं. गणपति पूजन का आयोजन 10 दिन तक किया जाता है. इसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति बप्पा को बड़ी धूम-धाम से विदाई देकर विसर्जन करते हैं.

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गणपति स्थापना पूजन का शुभ मुहूर्त
इस बार गणपति पूजन का शुभ मुहूर्त दिन में 12 बजकर 17 मिनट पर अभिजीत मुहूर्त में शुरू होगा और रात 10 बजे तक पूजन का शुभ समय रहेगा. पूजा के समय “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जप करते हुए गणपतिजी को जल, फूल, अक्षत, चंदन और धूप-दीप एवं फल नैवेद्य अर्पित करें. प्रसाद के रूप में गणेशजी को उनके अति प्रिय मोदक का भोग जरूर लगाएं.

गणेश पूजन विधि
सर्वप्रथम चौकी पर लाल कपडा बिछा कर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करे. अपने बाएं हाथ की हथेली में जल लें एवं दाहिने हाथ की अनामिका उंगली व आसपास की उंगलियों से निम्न मंत्र बोलते हुए स्वयं के ऊपर एवं पूजन सामग्रियों पर जल छिड़कें. इसके बाद ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्था गतोsपि वा। या स्मरेत पुण्डरीकाक्षं स बाह्रामायंतर: शुचि:।। इसके बाद श्रद्धा भक्ति के साथ घी का दीपक लगाएं. दीपक रोली/कुंकु, अक्षत, पुष्प, से पूजन करें. फिर अगरबत्ती, धूपबत्ती जलाये. जल भरा हुआ कलश स्थापित करे और कलश का धूप, दीप, रोली, कुंकु, अक्षत, पुष्प से पूजन करें. अंत में गणेश जी की आरती करे. आरती के बाद 3 परिक्रमा करे और पुष्पांजलि दे.

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गणेश पूजा का सकंल्प
गणपति पूजन शुरू करने से पहले सकंल्प लें. संकल्प करने से पहले हाथों में जल, फूल व चावल लें. सकंल्प में जिस दिन पूजन कर रहे हैं उस वर्ष, उस वार, तिथि उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोलें. अब हाथों में लिए गए जल को जमीन पर छोड़ दें.

आज इस तरह करें मंगल दोष का निवारण
मंगल दोष से मुक्ति पाने के लिए जातकों को हनुमान मंदिर में बूंदी का प्रसाद बांटना चाहिए. इसके साथ मंगल दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए लोग हर एक मंगलवार को व्रत रखते हैं.
सबसे अधिक शुभ होता है मिट्टी की बनी प्रतिमा
मिट्टी की बनी हुई गणेश प्रतिमा को सबसे शुभ माना जाता है, इसलिाए इसकी ही स्थापना करनी चाहिए. सोने, चांदी या अन्य किसी धातु की बनी मूर्ति की भी पूजा की जा सकती है.
आज भगवान गणेश जी की पूजा करने के लिए इन सामग्रियों को होना जरूरी है. भगवान गणेश की प्रतिमा, लाल कपड़ा, दूर्वा, जनेऊ, कलश, नारियल, पंचामृत, पंचमेवा, गंगाजल, रोली, मौली लाल पूजा थाली में जरूर रखें. पूजा के समय ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें. इसके बाद प्रसाद के रूप में मोदक और लड्डू वितरित करें.

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