मानव तस्करी पर काम करने वाली जीवन झरना विकास संस्था का चार दिवसीय प्रशिक्षण शुरू, झारखंड में तस्करी के आंकड़ों पर करेगी काम
जमशेदपुर:- झारखण्ड दौरे पर पूर्वी सिंहभूम जिले में छत्तीसगढ़ राज्य कांसाबेल से “जीवन झरना विकास संस्था” की 20 महिलाओं का समूह, सुन्दरनगर स्थित विकास भारती भवन में पहुचे. यह संस्था मुख्य रूप महिलाओं का समूह बनाकर काम कर रही है. मानव तस्करी एवं बच्चियों का अवैध व्यापार पर पिछले 20 वर्षों से कार्य करती आ रही है। संस्था ने पूरे देश भर में काफी सारी बच्चियों और महिलाओं को मानव तस्करों के चंगुल से बाहर निकालने का कार्य किया है.
संस्था की सचिव एलिन ने बताया की अपने चार दिन के आवासीय प्रशिक्षण के दौरान झारखंड भ्रमण कर इस राज्य में चल रहे मानव तस्करों, बच्चों के अवैध कार्य एवं उनके पुनर्वास के तरीकों को अलग-अलग संस्थाओं के द्वारा किये जारहे, प्रयासों को देखने व प्रशिक्षण लेने का काम किया जायेगा.
विकास भारती भवन में चार दिवसीय प्रशिक्षण का आज से शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण में साधन सेवी के रूप में अंकुर शाश्वत में सभी महिलाओं परिचय कर इस समस्या पर अलग तरीके से कैसे कर आपराधिक घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। इस सम्बन्ध में प्रशिक्षुओं ने भी अपने राज्य की समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा कर समाधान निकलने का प्रयास किया. साधन सेवी के रूप में डेविड सोलमन मौजूद रहे.