झारखंड में पहली बार राष्ट्र स्तरीय प्रदर्शन कला उत्सव का आयोजन, शास्त्रीय गीत, संगीत व नृत्य क्षेत्र के दिग्गज द्वारा दी जा रही प्रस्तुति…

0
Advertisements
Advertisements

जमशेदपुर :- संगीत नाटक अकादेमी, संस्कृति मंत्रालय एवं डीबीएमएस ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में प्रदर्शन कला उत्सव का शुभारंभ सोमवार को हुआ. 11 से 14 मार्च तक डीबीएमएस के कलाकृति सभागार में आयोजित किया गया. सुरमई संगीत की शाम शुरुआत के पहले दिन दिग्गज कलाकारों ने शास्त्रीय संगीत व नृत्य की प्रस्तुतियों से समां बांधा. इस दौरान दर्शक ने भी राष्ट्र स्तरीय कलाकारों के कला को देखने का अवसर मिला। तंजावूर में आर गोविन्दराजन की सुंदर प्रस्तुती रही । उनके साथ मृदंगम पर टी जी शंकरा सुब्रमण्यम, घटम पर ए म ए मुरली, तालम पर आर शिवचंद्रन ने संगत किया. बाल कृष्णा दोरईस्वामी आयंगर बैंगलोर से आए थे और उन्होंने वीणा वादन से श्रोताओं को झुमा दिया सुष्मिता दास, भुबनेश्वर से आयीं थी. उन की सुगम संगीत की प्रस्तुती सराहनीय रह। उनके साथ तबला ओर ढोलक पर दुष्मन्त परिदा थे । कार्यक्रम की आखरी प्रस्तुति जयलक्ष्मी ईस्वर, दिल्ली की भरतनाट्यम की रही । उनके साथ नृत्य में उनकी शिष्याएं सुष्मिता, सत्यमूर्ति, अनन्या चटर्जी, सुभश्री अरविंद, नंदिता नाम्बियार और शिल्पा राजेश की रही ।
कार्यक्रम की शुरुआत चेयर पर्सन बी चंद्रशेखर तथा ललिता चंद्रशेखर की गरिमामयी उपस्थिति में हुई. डॉ संजय चौधरी, सदस्य जनरल काउंसिल संगीत नाटक अकादमी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. डीबीएमएस कदमा हाई स्कूल की सचिव अनीता रामाकृष्णन तथा डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन की सचिव श्रीप्रिया धरमराजन ने भी इस अवसर पर मौजूद रही। डी बी एम एस ट्रस्ट पिछले पचास वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र मंय अपना अमूल्य योगदान देता आया है। संगीत नाटक अकादमी के चंदनकियारी स्थित छउ केंद्र के स्थानीय समन्वयक के रूप में कार्यक्रम को आयोजित करने में साथ दिया है। कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति उदय भवलकर की थी। मंत्रमुग्ध भाव से उदय डाभवलकर को श्रोता सुनते रहे। इस उच्चस्तरीय कार्यक्रम का संचालन का दायित्व संभाला था आकाशवाणी जमशेदपुर के पूर्व वरीय उद्घोषक शाहिद अनवर ने ।

Advertisements
Advertisements

ये प्रयास संगीत नृत्य, नाटक के कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए गठित एक स्वायत्त संस्था है। प्रत्येक वर्ष संगीत नाटक अकादेमी देश के विभिन्न राज्यों के कलाकारों को पुरस्कृत करती है। सन 2021 में संगीत नाटक अकादेमी द्वारा पुरस्कृत यह कलाकार पहली बार झारखण्ड राज्य में आयोजित किया गया है। डी.बी.एम.एस. ट्रस्ट पिछले 50 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में अपने बहुमूल्य योगदान लौह नगरी में देता रहा है। संगीत नाटक अकादेमी के चंदनक्यारी स्थित छऊ केंद्र ने स्थानीय समन्वयक के रूप में कार्यक्रम को आयोजित करने में साथ दिया है। ये कलाकार कोलकाता, दिल्ली, तिरुवनंतपुरम, इंफाल, बैंगलोर, मुंबई, भुवनेश्वर, पुणे, त्रिचूर, वाराणसी, और पुरुलिया से झारखण्ड के जमशेदपुर आ रहे हैं. प्रतिदिन कार्यक्रम संध्या 6:30 बजे से 9:30 बजे तक रहेगा। 13 मार्च को शास्त्रीय नृत्य पर दो व्याख्यान सत्र भी आयोजित किए जाएंगे. जमशेदपुर और आसपास के सभी कलाकार, गुरु शिष्य, शिक्षण संस्थान और विभिन्न संस्कृति कर्मी इस कार्यक्रम बुलाये गए हैं। कार्यक्रम में कोई एंट्री फी नहीं रखा गया है तथा इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया जा रहा है।

Thanks for your Feedback!

You may have missed