Fire In Delhi : अभी बुझी नहीं है गाजीपुर कूड़े के पहाड़ में लगी आग, आसपास की कॉलोनियों में फैला धुआं…
लोक आलोक न्यूज सेंट्रल डेस्क:-दिल्ली के गाजीपुर में कूड़े के पहाड़ में आग लग गई। कूड़े में लगी आग से निकला धुंआ आसपास की कॉलोनियों में फैल गया। ऐसे में गाजीपुर के आसपास रहने वाले लोगों को घुटन व आंखों में जलन होने लगी।
राजधानी का पारा चढ़ते ही आग लगने की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो जाती है। रविवार को पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर स्थित कूड़े के पहाड़ में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने कूड़े के पहाड़ के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। आग चोरों ओर फैल गई। आग अभी काबू नहीं हुई है
कूड़े में लगी आग से निकला धुंआ आसपास की कॉलोनियों में फैल गया। ऐसे में गाजीपुर के आसपास रहने वाले लोगों को घुटन व आंखों में जलन होने लगी। सूचना मिलते ही पुलिस के अलावा दमकल की नौ गाड़ियों को मौके पर रवाना किया गया। अभी भी आग पर काबू पाने का प्रयास जारी है।
आंखों में धुआं तो सांस लेने में बेचैनी
दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल में लगी आग पर स्थानीय लोगों प्रतिक्रिया दे रहे हैं। गाजीपुर की रहने वाली एक महिला नाजरा ने कहा कि मैं यहां रहती हूं और धुएं से आंखों में परेशानी हो रही है। हमें सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। पूरी कॉलोनी परेशान है।
आग कूड़े के पहाड़ के ऊपरी हिस्से में लगी थी। इसकी वजह से दमकल कर्मियों को वहां पहुंचने में खासी दिक्कत हुई। देर रात तक आग पर काबू नहीं पा जा सका था। दमकल कर्मियों का कहना था कि कूड़े के पहाड़ में लगी आग अक्सर कई-कई दिनों तक चल जाती है। फिलहाल आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। एक जगह आग बुझाई जाती है तो दूसरी जगह भड़क जाती है। वहीं लैंड फिल साइट के आसपास रह रहे स्थानीय लोगों का कहना है कि गर्मियों में अक्सर यहां आग लग जाती है।
पुलिस के मुताबिक रविवार शाम करीब 5.22 बजे सूचना मिली कि गाजीपुर लैंड फिल साइट में आग लग गई है। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। पानी डालने से आग की लपटे तो कम हो रही थी, लेकिन धुंआ बढ़ रहा था। पानी सूखते ही दोबारा आग लगे जा रही थी। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कूड़े के दबाव से वहां मीथेन गैस बनती है, जिससे बार-बार दोबारा आग भड़कती है। आग गर्मी से खुद लगी या किसी मानवीय भूल की वजह से इसका पता नहीं चल सका है। फिलहाल मौके पर दमकल की गाड़ियों का आना-जाना लगा हुआ था।