सर्दी ,खांसी एवं बुखार के हल्के लक्षण को नही करें नजरअंदाज– डॉ0 सौरभ प्रकाश


दावथ (रोहतास) :- कोरोना संक्रमण से सभी लोग त्रस्त है, ऐसी स्थिति में वर्तमान परिवेश में चिकित्सक की भूमिका को नकारा नही जा सकता है, प्रायः सभी चिकित्सक किसी न किसी रूप में संक्रमण से बचाव एवं इलाज का कार्य कर रहें हैं। पत्रकारों से विशेष बातचीत के क्रम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ0 सौरभ प्रकाश ने बताया कि मैंने पिछले 1 वर्षों से कोरोना संक्रमण को काफी नजदीक से देख रहा हूं, क्योंकि संक्रमित मरीज का इलाज करने का मौका मुझे मिलता है और संक्रमण फैलने के कारणों के बारे में इलाज के दौरान विस्तार से जानकारी मिलती रहती है। इसलिए मैं चाहता हूं, इलाज के दौरान प्राप्त अनुभव के बारे में लोगों को बता कर संक्रमण से बचने का सलाह एवं संक्रमण होने के उपरांत इलाज बताऊँ। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में संक्रमण तेजी से फैल रहा है, उस का सबसे प्रमुख कारण यह है, कि लोग प्रारंभिक लक्षण को छिपाने का कार्य करते हैं, और जब स्थिति गंभीर होती है, तब अस्पताल का सहारा लेते हैं। ऐसी स्थिति में संक्रमण काफी गहराई तक फैल जाता है, और मरीज के बचने का कम चांस होता है, डॉक्टर सौरभ ने कहा कि जिस भी व्यक्ति को सर्दी, खासी, बुखार ,बदन दर्द, सिर दर्द, खाने में स्वाद का चला जाना, गंध चला जाना, आंखों में जलन जैसी कोई भी लक्षण नजर आए तो अविलंब चिकित्सक का सलाह ले कर दवा लेना प्रारंभ कर दें यह नही की इसे नजरअंदाज करें क्योंकि यह सभी कारण कोरोना के प्रारंभिक लक्षण है, और इसको छुपाने से खतरा काफी बढ़ जाता है, और उसका गम्भीर परिणाम भुगतना पड़ता है । डॉक्टर सौरभ ने कहा कि बिना चिकित्सक की सलाह के लोग दवा लेते हैं, उसका भी गंभीर परिणाम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। अगर लोग समय रहते प्रारंभिक लक्षण के बारे में चिकित्सक से बात कर इलाज करा ले तो काफी हद तक संक्रमण को रोका जा सकता है, उन्होंने कहा काफी लोग वैक्सिन की विश्वसनीयता को लेकर फोन करते रहते है, की क्या इसका साइड इफेक्ट है क्योंकि सुनने को मिलता है, कि काफी लोग की वैक्सीन लेने के बाद मृत्यु हो गई लेकिन मैं उन लोगों को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है, और सभी लोग बिना डर के इसे लगवाएं कुछ लोगों को वैक्सीन लगने के बाद दो-तीन दिनों तक हल्की बुखार और बदन दर्द रहने की शिकायत रहती है, तो इससे घबराने की जरूरत नहीं है, केवल पेरासिटामोल 650 का दो तीन दिन आवश्यकता के अनुसार लें तो दो-तीन दिन में सब ठीक हो जाएगा । जो लोग संक्रमित होने के बाद ठीक हुए हैं, वह कम से कम एक से डेढ़ महीना के बाद ही वैक्सीन लें । उन्होंने ने लोगों से अपील किया है, कि अगर आप चाहते है, कोरोना संक्रमण से बचे तो इसके लिए मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंस का पालन करना, घर में रहना, हैंड सेनेटाइजर का प्रयोग जरूर करें। संक्रमण से बचने का प्रारंभिक उपचार है, अगर इसके बाबजूद भी कोई संक्रमित हो जाते है, तो डरने की जरूरत नही है अपने मनोबल को ऊंचा रखते हुए चिकित्सक से सलाह ले कर इसका डटकर मुकाबला करें आपकी जीत तय है।


