चेंगजोड़ा में दिशोम बाहा बोंगा का हुआ आयोजन
घाटशिला के खेरवाल दिशोम जाहेरगाड़ चेंगजोड़ा में दिशोम बाहा बोंगा पारंपरिक विधि विधान व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नायके गोपीनाथ मुर्मू ने मंत्रोच्चारण के बीच विधिवत पूजा अर्चना किया। उसके बाद हजारों श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण किया गया। इससे पहले नायके बाबा को ग्रामीणों द्वारा पारंपरिक नृत्य करते हुए नायके बाखुल से जाहेरगाड़ तक ले जाया गया। जिला परिषद सदस्य देवयानी मुर्मू के नेतृत्व में आयोजित इस बाहा बोंगा में दर्जन भर बाहा नृत्य मंडलियों ने भाग लिया। श्रीमती मुर्मू ने बाहा बोंगा को संबोधित करते हुए कहा कि बाहा बोंगा आदिवासियों का महान पर्व है। इसके माध्यम से जनजातीय समाज प्रकृति में होने वाले परिवर्तन को उत्सव के रूप में मनाते है। इस समय नए फूल,नए फल व नए पत्ते का आगमन होता है। जिसे जनजातीय समाज सहर्ष स्वीकार करता है। उन्होंने कहा कि प्रकृति का सम्मान ही बाहा बोंगा की आराधना है। शाम में आंधी बारिश के बावजूद बाहा बोंगा में हजारों लोग डटे रहे। बंगाल से आये शैलानियों ने भी बाहा बोंगा का लुत्फ उठाया। इस मौके पर जाहेर गाड़ के संस्थापक दिवंगत कुनाराम मुर्मू की धर्मपत्नी फुलमनी मुर्मू,मुखिया तारामणि मुंडा,कमेटी के सदस्य सह मुखिया फागु सोरेन,शांखो मुर्मू,लखन मुर्मू,रामसाय सोरेन,सुदाम मुर्मू,फागु मुर्मू,भादो माण्डी,जुझार सोरेन,सुनाराम हांसदा,बिशु टुडू,धनुराम हेम्ब्रम,मंगल मुर्मू,जितराय सोरेन,शाम मुर्मू,राम किशोर मुर्मू,सपन मुंडा,बुर्जु मुर्मू,सुरोजित मानकी,दुलाल मुर्मू समेत अनेक लोग उपस्थित थे।