क्यूब्राह्मण समाज ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष किया प्रदर्शन, अप्पू और संजीव के हमलावरों की गिरफ्तारी की माँग, डीसी- एसएसपी को सौंपा ज्ञापन, ब्राह्मण समाज का आरोप- कमज़ोर धाराओं के तहत सिद्गोड़ा और कदमा थाना ने दर्ज किया है मामला, आईपीसी के संज्ञेय आपराधिक धाराओं को जोड़ने और आरोपियों के अविलंब गिरफ्तारी की माँग
जमशेदपुर:- आजसू नेता अप्पू तिवारी और भाजमो नेता संजीव आचार्य पर पिछले दिनों क्रमशः सिडगोड़ा एवं कदमा थाना क्षेत्रों में हुए हिंसक हमले के खिलाफ़ ब्राह्मण समाज में रोष है. सोमवार को ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोगों ने जिला समाहरणालय पर प्रदर्शन किया और हिंसक हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी की माँग उठी. एसएसपी और उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपकर घटना से अवगत कराया और मामले में त्वरित संज्ञान लेकर दोषियों को गिरफ्तार करने का माँग ब्राह्मण समाज ने उठाया है. उपायुक्त की अनुपस्थिति में एडीसी जयदीप तिग्गा से मिलकर समाज के शिष्टमंडल ने ज्ञापन सौंपा और घटना से अवगत कराया. सिदगोड़ा के आकाशदीप प्लाज़ा में बीते 21 जनवरी को आजसू नेता अप्पू तिवारी पर घातक हथियारों से लैश अपराधकर्मी दिबेश राज उर्फ़ राजा एवं उसके गुर्गों ने हमला कर दिया था. इसमें अप्पू तिवारी को गंभीर चोटें आई थी. ब्राह्मण समाज को लेकर हमलावरों ने उकसाने वाले अपशब्द बोले थें. हमलावरों को एक राजनीतिक पार्टी का संरक्षण प्राप्त होने की वजह से स्थानीय पुलिस ने कई संज्ञेय धाराओं को प्राथमिकी में नहीं जोड़ा है. वहीं दूसरी ओर कदमा केडी फ्लैट के समीप मुख्य मार्ग को बंद किये जाने का विरोध करने वाले ब्राह्मण युवा और भाजमो नेता संजीव आचार्य पर एक बड़े नेता के समर्थकों ने हमला कर दिया था. उक्त मामले में भी कदमा थाना ने आरोपियों को बचाने की मंशा से कमज़ोर धाराओं के तहत कांड दर्ज किया है. पुलिस की कार्यसंस्कृति को लेकर ब्राह्मण समाज में असंतोष है. ब्राह्मण समाज के शिष्टमंडल ने एडीसी से मिलकर सिडगोड़ा थाना कांड संख्या 14/24 एवं कदमा थाना कांड संख्या 15/24 से संबंधित सीसीटीवी फुटेज जब्त करने, आईपीसी के संज्ञेय आपराधिक धाराओं को जोड़ने सहित हमलावरों की अविलंब गिरफ्तारी की माँग रखी है. ब्राह्मण समाज ने ऐलान किया है कि 48 घंटों में आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने पर समाज चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तय करेगी. ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ सदस्य डीके मिश्रा के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया. मीडिया को संबोधित करते हुए धनुर्धर त्रिपाठी ने दोनों ही मामलों को निंदनीय और अमानवीय बताया. कहा कि असमाजिक और गुंडा प्रवृत्ति के लोगों को चिंहित कर प्रशासन विधिक कार्रवाई सुनिश्चित करे. वहीं ब्राह्मण समाज के विरुद्ध अपमानजनक और अपशब्द बोलने वाले युवकों की गिरफ्तारी हो. इस दौरान विशेष रूप से धनुर्धर त्रिपाठी, मुन्ना चौबे, कमलेश दूबे, विपिन कुमार झा, विष्णु भगवान पाठक, अंजनी पांडेय, विमलेश उपाध्याय, अधिवक्ता राहुल गोस्वामी, अवधेश पाठक, जयराम मिश्रा, लक्ष्मी नारायण तिवारी, रत्नेश तिवारी, आरके उपाध्याय, एलएन तिवारी, पंडित दिलीप कुमार पांडेय, पप्पू तिवारी, महेश मिश्रा, नवीन तिवारी, बिट्टू मिश्रा, अधिवक्ता अरुण शुक्ल, डीके तिवारी, रंजीत ओझा, विजय पाठक, कन्हैया पांडेय, संजीव कुमार ओझा, संदीप ओझा, प्रशांत पांडेय, सीताराम ओझा, सुशील पांडेय, अशोक शुक्ला, विक्रम पंडित, प्रकाश दूबे, संजय तिवारी, दीपु तिवारी, विनोद कुमार, विश्वजीत मुखर्जी, गोपाल तिवारी, गणेश दूबे, अंकित आनंद सहित अन्य मौजूद थें.