सज़ायाफ्ता अंतरराज्यीय कुख्यात अपराधी रोशन अली ओडिसा जेल से घाघीडीह जेल पहुंचा, बीमारी का बहाना कर पैरोल पर रिहाई के बाद अर्जित की करोड़ो की संपत्ति, कानून का मखौल उड़ाते हुए एक महीने के पैरोल पर डेढ़ वर्ष तक रहा बाहर…

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जमशेदपुर :- जमशेदपुर के जुगसलाई का रहने वाला एक सज़ायाफ्ता अपराधी जिसे अपहरण और फिरौती के मामले में ओडिशा के सुंदरगढ़ के न्यायालय से आजीवन कारावास की सज़ा हुयी थी ओडिशा के राउरकेला के जेल से पुनः जमशेदपुर स्थित घाघीडीह जेल ट्रांसफर किया गया है। रोशन अली ने ओडिशा जेल प्रशासन के सहयोग से फरवरी 2021 में बीमारी के नाम पर एक महीने का पेरोल हासिल किया परंतु एक महीने के नाम पर कानून का मखौल उड़ाते हुए यह शातिर कैदी लगभग दो वषों तक जेल से बाहर रहकर अपने सट्टा, आई पी एल, रंगदारी एवं बड़े पैमाने पर जमशेदपुर से कोलकता तक अपनी अवैध कमाई के पैसों से संपति अर्जित करने के साथ साथ कई तरह के गैर कानूनी काम को अंजाम देता रहा, इसी वर्ष दिसंबर के पहले सप्ताह में इस शातिर कुख्यात अपराधी के सभी कारूनी दरवाजे बंद होगए और उसे फिर से ओडिशा के जेल में भेज दिया गया।

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सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस शातिर अपराधी ने अपने काले कमाई के पैसों के बल पर तथा ओडिशा एवं घाघीडीह जेल प्रशासन के सहयोग से जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल में ट्रांसफर करवा करवा आ पहुंचा। ज्ञात हो कि रोशन अली पहले भी अपनी चतुराई और पैसों के बल पर जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में रह चुका है और घाघीडीह जेल में इसे हर तरह की सुविधा उपलब्ध थी और वे वहां से रहकर आईपीएल, मटका, सट्टा सहित कई तरह के गैर कानूनी गतिविधियों को अंजाम देता था। इस पर जेल रहते हुए कई नेता व कारोबारी की हत्या का सर्यंत्र रचने की बात भी सामने आई थी। सूत्रों के अनुसार ओडिशा के जेल में इन दिनों इस शातिर कैदी पर खास निगाह रखते रखी जा रही थी, तथा मोबाइल फोन सहित किसी भी तरह की सुविधा इसे नही मिल पा रही थी और इसे अपने गुर्गों से संपर्क करने में कठिनाई हो रही थी ऐसे में जमशेदपुर के जुगसलाई में इसका, आईपीएल, सट्टा सहित सभी तरह के नाजायज कारोबार ठीक से संचालित नही कर पा रहा था लेकिन इसके खास गुर्गों द्वारा जमशेदपूर के घाघीडीह जेल में उसे सभी तरह की सुविधा देने का आश्वासन दिया गया जहां से वे अपना आईपीएल और मटका कारोबार चलाता रहे, सूत्रों के मजुताबिक इसके संबंध मुंबई से लेकर दुबई तक बताए जाते हैं।
अब प्रश्न यह उठता है कि इस अपराधी को घाघीडीह जेल किस आधार पर ट्रांसफर किया गया है, इसके पीछे वह कौन रसूखदार है जिसके साथ इसका मज़बूत गठजोड़ है इन बातों की भी जांच होनी चाहिए। वर्तमान में जमशेदपुर में अपराध अपनी चरम सीमा में हैं उधर लगातार कई मर्डर और गैंगवार की वारदात सामने आई है, कई बड़े अपराधियों को दूसरे जिले के जेल में भेज दिया गया है ऐसे में दूसरे राज्य से कुख्यात सजायाफ्ता कैदी को जमशेदपुर किसके अनुमति से लाया जा रहा है यह बहुत गंभीर बात है, इस पूरे मामले में राज्य सरकार एवं पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन को अपने संज्ञान में लेते हुए जांच करनी चाहिए।
ज्ञात हो कि अंतरराज्यीय कुख्यात सज़ायाफ्ता रोशन अली सुंदरगढ़ जेल में अपने सज़ा के दिन काट रहा था। रोशन अली को न्यायालय ने 20 मई 2017 को विभिन्न धाराओं के तहत सेशन ट्रायल केस नंबर 169/2004 धार 364A/342/34 का दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई थी।

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