संविधान देश का सर्वोच्च विधान है-पीएम मंडल, पटमदा इंटर कॉलेज में आंबेडकर जयंती पर संविधान के महत्व पर विशद चर्चा
पटमदा (जमशेदपुर): संवैधानिक अधिकारों पर विशद अध्ययन-मनन आवश्यक है और इसके मूल्यों पर नित्य-प्रतिदिन चर्चा भी होनी ज़रूरी है. साथ ही अन्य ग्रन्थों की भांति संविधान के ग्रन्थ को आत्मसात करना सबके लिए नितांत आवश्यक है, क्योंकि संविधान देश का सर्वोच्च विधान है.
उक्त बातें आज 14 अप्रैल को संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर पूर्वी सिंहभूम जिलान्तर्गत पटमदा इन्टर कॉलेज में आयोजित विशेष समारोह को सम्बोधित करते हुए कॉलेज के सचिव प्रमथ नाथ मंडल ने अपने संबोधन में कहीं.
संविधान की पुस्तक हर घर में होनी चाहिए-प्राचार्य
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. तरुण कुमार महतो ने कहा कि संविधान की पुस्तक हर घर में होनी चाहिए. साथ ही सभी को इसका अध्ययन करना चाहिए, क्योंकि यह वर्तमान समय की ज़रुरत है. उन्होंने बाबा साहब की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे दूरदर्शी थे. देश के भविष्य को उन्होंने तभी देख लिया था. समाज में ग़ैर बराबरी, जाति-प्रथा, धर्म के नाम पर वैमनस्य आदि तत्व समाज और देश की प्रगति में बड़ी बढ़ाएं हैं. इनसे मुक्ति पानी होगी.
संवैधानिक मूल्यों पर गहरी समझ बनाने की महती आवश्यकता-विकाश
स्वतंत्र पत्रकार विकास कुमार और मीडिया एक्टिविस्ट विकाश कुमार ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों, यथा-स्वतंत्रता, समता, न्याय, धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद, संप्रभुता, बंधुत्व आदि को गहराई से आज समझने की आवश्यकता है. पिछले कुछ वर्षों में संविधान को हाशिए में डाल मनुवाद को बढ़ावा देने का प्रयास हुआ है और यह देश के नागरिकों के लिए हितकर नहीं है. इसे हमें समझना होगा. तीन छात्र-छात्राओं राखी कुम्भकार (हिन्दी). गुरुचरण सिंह (बंगला) और विकाश सोरेन (अंग्रेज़ी) ने संविधान पर भाषण दिया.
समाज के हर स्तर पर संविधान के महत्व को समझने पर जोर
कॉलेज के कई अन्य व्याख्याताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए समाज के हर स्तर पर संविधान के महत्व को समझते हुए इसके विषय में पूरी जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया. समारोह को संबोधित करने वालों में उक्त के अलावे मुख्य रूप से व्याख्याता प्रो. अरुण कुमार, गुरुपद महतो, विश्वनाथ महतो, नाट्यकर्मी व सामाजिक कार्यकर्त्ता अंकुर सारस्वत, वरिष्ठ मीडिया एक्टिविस्ट शशांक शेखर, अम्बेडकरवादी सक्रिय कार्यकर्त्ता धनिक लाल आदि शामिल थे.
इससे पहले डॉ. आंबेडकर के चित्र पर सभी ने पुष्प अर्पित किए और उन्हें नमन किया. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. टी.के. महतो ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. इसी क्रम में पहले संविधान की उद्देशिका का सामूहिक पाठ किया गया. दो छात्राओं रुपाली टुडू और सुमित्रा मुर्मू ने संथाली में स्वागत गीत प्रस्तुत किया. श्रीनाथ यूनिवर्सिटी के हिन्दी महोत्सव में सम्मानित कॉलेज के दो स्टूडेंट्स शिखा रानी महतो और रवि सिंह को मुख्य अतिथि कॉलेज के सचिव प्रमथ नाथ मंडल के हाथों से प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया. कार्यक्रम का सञ्चालन कॉलेज के कर्मी दिनेश महतो ने किया और धन्यवाद ज्ञापन और संविधान गीत पटमदा डिग्री कॉलेज के कुड़माली विभाग के व्याख्याता प्रो. भुवनेश्वर महतो ने प्रस्तुत किया.