शहर ने समाजसेवी दिनेश शर्मा को याद किया
जमशेदपुर (संवाददाता ):-शहर के जाने-माने समाजसेवी दिवंगत दिनेश शर्मा को आज शहर के नागरिक समाज एवं परिजनों ने याद किया। ज्ञात हो कि दिनेश शर्मा की मृत्यु आज से 2 वर्ष पहले कोविड महामारी से हुई थी। वे पहले से भी बीमार चल रहे थे।दिनेश शर्मा की याद में श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल सभागार,बिष्टुपुर में स्मृति कार्यक्रम आयोजित किया गया।कार्यक्रम में शामिल सभी आगंतुकों ने सर्वप्रथम उनके चित्र पर पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि व्यक्त किया।इस अवसर पर उनके संस्मरणों को समाहित कर एक पुस्तक दिनेश-स्मृति का लोकार्पण किया गया।पुस्तक का संपादन डॉ सुख चंद्र झा ने किया है। श्रीमती उर्वशी शर्मा ने मरीजों की उत्कृष्ट सेवा के लिए युवा सामाजिक कार्यकर्ता अंकुर सारस्वत एवं महेंद्र मुखी को सम्मानित किया।
एक्स एल आर आई के प्रो.शांतनु सरकार ने तकनीक की बदलती दुनिया और रोजगार विषय पर वक्तव्य रखते हुए कहा कि तकनीक के बदलाव के चलते रोजगार क्षेत्र का स्वरूप,संरचना और चरित्र में परिवर्तन आ रहा है। दुनिया भर के नीति निर्धारक अब इस बात को केंद्र में नहीं रखते हैं कि उत्पादन के क्रम में रोजगार का सृजन हो। तकनीक का विकास मानव श्रम को लगातार बेदखल कर रहा है, विशेष तौर पर उस क्षेत्र में जहां किसी एक काम को निरंतर करने की आवश्यकता होती है। जैसे तकनीक के विकास के चलते ऑटोमेटिक लिफ्ट में अब श्रम की जरूरत नहीं है। लेकिन एक क्षेत्र ऐसा है जहां शम को बेदखल करना आज भी मुश्किल है, वह है- संवेदना आधारित माननीय श्रम। जैसे नर्सिंग का काम।आज यह चुनौती है कि मशीन पर होने वाले खर्च से कम कीमत पर मानवीय श्रम एवं दक्षता को उपलब्ध कराया जाय। इस प्रकार से इसे विकसित किया जाए जो पूंजी, श्रम और उत्पादकता के बीच का संतुलन बना सके।
कार्यक्रम का प्रारंभ शहर के कवि एवं समाजसेवी श्री हरवल्लभ सिंह ‘आरसी’ के स्वागत भाषण से हुआ। उन्होंने स्वागत करते हुए कहा कि दिनेश शर्मा का व्यक्तित्व अत्यंत व्यापक था। वे इतने सरल व सहज थे कि उनसे किसी का बिगाड़ नहीं होता था। वे सभी के प्रिय थे।इस अवसर पर अविनाश कुमार अपने पिता की स्मृतियों को साझा किया तथा सुख चंद्र झा ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला और रीता सिंह ने कविता पाठ किया। पूर्णिमा कुमारी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन और कार्यक्रम का संचालन अरविंद अंजुम ने किया।
आज के कार्यक्रम में डॉ राम कविंद्र, सिया शरण शर्मा, मंथन राजश्री,निधि,अम्बिका यादव,जगत,शशि कुमार,अर्पिता ,विजेंद्र प्रसाद, कुमार चंद्र मार्डी,शिवजी शर्मा आलोक कुमार,आरविंद विद्रोही,बलराम प्रसाद,ओमप्रकाश, राकेश कुमार,अशोक शुभदर्शी, विक्रम,शशांक शेखर, उदय शर्मा,रवींद्रनाथ चौबे,संदीप,चंद्रमोहन सिंह,मदन मोहन,मनोज किशोर, रुस्तम अंसारी,उषा झा आदि सम्मिलित हुए।