बोड़ाम पोस्टमास्टर ने किया 4.42 लाख का गबन, 20 दिनों से फरार…
जमशेदपुर :–बोड़ाम थाना क्षेत्र अंतर्गत लावजोड़ा पोस्ट ऑफिस के पोस्टमास्टर तुषार कुमार ने गांव के 11 बचत खाताधारकों के 4 लाख 42 हजार रुपए की राशि फर्जी तरीके से करीब एक माह पूर्व निकासी कर गबन कर लिया है। इसकी जानकारी मिलने के बाद ग्रामीणों ने जब उससे जवाब मांगा तो वह 20 दिनों पूर्व पोस्ट ऑफिस में ताला लगाकर फरार हो गया।
इसकी शिकायत भुक्तभोगियों द्वारा एसएसपी (डाक विभाग) के नाम बोड़ाम पोस्ट ऑफिस में करने पर स्थानीय स्तर पर ही मैनेज करने का प्रयास किया गया। लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला तो कुछ लोगों ने इसकी शिकायत सीधे एसएसपी से मंगलवार को कर दी।
इसके बाद मंगलवार की शाम करीब 5 बजे पोस्ट ऑफिस लावजोड़ा पहुंचकर मामले की छानबीन कर रहे एसडीआई दिवाकर कुमार दीपक से ग्रामीणों ने जानकारी मांगी। इस दौरान आरोपी पोस्ट मास्टर तुषार कुमार व उसकी मां हीरा देवी के आलावा ओवरसियर, बोड़ाम के पोस्ट मास्टर समेत कई कर्मचारी मौजूद थे।
एसडीआई की ओर से जब बताया गया कि जांच के बाद ऑफिस को सील कर दिया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी तो ग्रामीण भड़क गए। अपनी जमा की गई राशि को लौटाने की मांग पर अड़ गए और पैसे लौटाने तक वहां से नहीं जाने देने की बात पर उन्हें बंधक बना लिया गया।
मौके पर जिला पार्षद गीतांजलि महतो, प्रतिनिधि माणिक महतो, मुखिया मगंल सिंह, पूर्व उप मुखिया निताई चंद्र गोराई, उप मुखिया प्रतिनिधि संजय गोराई आदि पहुंचे हुए थे। एसडीआई की सूचना पर बोड़ाम थाने के एएसआई मजीद खान दलबल के साथ पहुंचे और ग्रामीणों को समझाते हुए बैठक किया।
करीब 8 बजे से एक घंटे तक चली बैठक के दौरान लिखित समझौता हुआ कि अगले दो दिनों के अंदर गबन की गई राशि 4.42 लाख रुपए पीड़ितों को लौटा दी जाएगी। इसके बाद बंधक बने लोगों को छोड़ा गया। इस संबंध में निताई चंद्र गोराई ने बताया कि गांव के काफी लोग मेहनत मजदूरी करते हुए अपनी गाढ़ी कमाई का कुछ हिस्सा काटकर पोस्ट ऑफिस में विश्वास और भरोसा के साथ नियमित बचत खाते में जमा करते हैं।
लेकिन बिहार के भागलपुर मूल निवासी पोस्टमास्टर तुषार कुमार द्वारा गांव के लोगों के खाते से फर्जी तरीके से हस्ताक्षर एवं अंगूठे का निशान लगाकर लाखों रुपए की निकासी कर ली गई है। आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने विभिन्न खातों से करीब 4.42 लाख रुपए की अवैध निकासी की है।
जबकि गहराई से जांच करने पर और भी गड़बड़ी सामने आ सकती है। बैठक में भुक्तभोगी अरविंद सिंह, अभय सिंह, रवनी सिंह, सपना सिंह, प्रधान महतो, लालटू महतो, भास्कर सिंह, कर्मू महतो, रविंद्र गोराई व दयाल सिंह भी मौजूद थे।