बबन कंपनी के अधिकारी सुजोधर ग्राहक पहुंचे थे ग्राहक बनकर,ऐसे पकड़ी गयी टाटा टी प्रामियम के नाम से बिकने वाली नकली चायपत्ती
जमशेदपुर (संवाददाता ):– टाटा स्टील कॉरपोरेट हेड ऑफिस मुंबई की चार सदस्यीय विजिलेंस टीम ने शहर के कदमा और साकची में नकली टाटा टी प्रीमियम चायपत्ती बेचे जाने की सूचना पर चार दिनों से शहर में थी. इस बीच दोनों जगहों पर टीम के अधिकारी ही खुद ग्राहक बनकर दुकानों तक पहुंचे और चायपत्ती की खरीदारी की. इसके बाद चायपत्ती की जांच की गयी. जांच में सबकुछ साफ होने के बाद ही विजिलेंस टीम ने आगे की कार्रवाई करते हुये स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी करके नकली चायपत्ती बरामद कर लिया. मामले में कॉपीराइट का मामला भी कदमा थाने में दर्ज कराया गया है.
128 रुपये में खरीदी टाटा टी प्रीमियम गोल्ड
टीम के लोगों ने बताया कि कदमा के अर्जुन स्टोर में बबन कंपनी के अधिकारी सूजोधर ग्राहक बनकर पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने 128 रुपये देकर टाटा टी प्रीमियम गोल्ड चायपत्ती खरीदी. इसका रसीद भी लिया. इसके बाद सुजोधर पैकेट को देखकर ही समझ गये कि नकली है. भीतर की जांच करने पर भी सबकुछ नकली ही पाया गया. इसके बाद टीम के अन्य सदस्यों को इसकी जानकारी दी गयी.
कदमा-साकची में की गयी छापेमारी
कदमा थाना क्षेत्र के कदमा बाजार मेन रोड मंगल टावर स्थित अर्जुन स्टोर मंक छापेमारी की गयी. छापेमारी के दौरान टीम ने दुकान से नकली टाटा टी प्रीमियम चायपत्ती जब्त किया. इस बीच दुकान मालिक अर्जुन अग्रवाल को भी टीम ने हिरासत में ले लिया था. मामले बेलेबल होने के कारण दुकान मालिक को थाने से ही जमानत दे दी गयी. इसके बाद टीम की ओर से साकची रिफ्यूजी मार्केट में राजपाल सिंह की आरटी स्टोर में छापेमारी की गयी. यहां से भी नकली टाटा टी प्रीमियम गोल्ड चायपत्ती जब्त किया.
छापेमारी टीम में ये अधिकारी थे शामिल
छापेमारी करने के लिये मुंबई से आयी विजिलेंस टीम में सीनियर अधिकारी टोटन चक्रवर्ती, अनिर्भन हाथी, प्रदीप घोष और बबन सूजोधर शामिल थे. टीम के अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि वे चार दिनों से शहर में घूम-घूम कर नकली चायपत्ती का पता लगा रहे थे. सबकुछ साफ होने के बाद टीम के एक अधिकारी ग्राहक बनकर दुकान में पहुंचे थे.
डिस्ट्रीब्यूटर की गलती बता रहे दुकानदार
पूरे मामले में दुकान मालिक अर्जुन अग्रवाल ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि यह गलती उनकी नहीं है. बल्कि डिस्ट्रीब्यूटर की है. उन्हें जो सामान दिया जा रहा है वे वही बेच रहे हैं. इस संबंध में प्रदीप घोष के लिखित आवेदन पर दुकान मालिक अर्जुन अग्रवाल के खिलाफ कदमा थाने में कॉपीराइट का मामला दर्ज कराया गया है.