गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्यकर्मी के घर बनता है मरीजो का खाना, कालाबाजारी के चावल से बना भोजन मरीजों को परोसा जा रहा, अकाउंटेंट अभी है गायब, विरमित होने के बाद भी वित्तीय प्रभारी में पूर्व प्रभारी डॉ प्रमिला कुमारी…

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आदित्यपुर:- गम्हरिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भ्रष्टाचार का केन्द्र बन गया है। बीते कई दिनों से इस केन्द्र का अकाउंटेंट ड्यूटि से गायब है। जिसका फायदा उठाकर पूर्व प्रभारी प्रमिला कुमारी द्वारा किये गये वित्तीय हेरफेर को ठीक करने का काम किया जा रहा है। इस स्वास्थ्यकेन्द्र के हर कदम पर आपको भ्रष्टाचार देखने को मिलेगा। हैरत की बात है कि इस स्वास्थ्यकेन्द्र में मरीजों के लिए खाना यहां कार्यरत सोनल नामक एक महिला स्वास्थ्यकर्मी के घर से बनकर आता है। यहां कालाबाजारी के चावल का उपयोग हो रहा है, जबकि बगैर किसी टेंडर के प्रति मरीज सौ रूपये का भुगतान किया जा रहा है। हैरत की बात यह है कि आखिर किसके निर्देश पर बगैर टेंडर के ही स्वास्थ्यकर्मी को ही मरीजों के लिए खाना सप्लाई करने का आर्डर दे दिया गया। बताया जाता है कि इस मामले में भी मोटी रकम का हेरफेर होता है। जितना प्लेट मरीजों को खाना परोसा जाता है उससे दस गुणा अधिक बिल बनाया जा रहा है, और इस भ्रष्टाचार के पैसे का अधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी बंदरबांट कर रहे है। लोकआलोक की टीम ने पड़ताल में देखा कि एक जर्जर मकान जिसमें एक महिला रहती है उसके द्वारा खाना बनाया जाता है। मरीज के परिजन टोकन और अस्पताल के खाली प्लेट लेकर आते है। जिसमें मरीज को भोजन उपलब्ध कराया जाता है। बताया जाता है कि इस स्वास्थ्यकेन्द्र के पूर्व एक कर्मचारी ने अपने रिश्तेदार को नियमों को ताक में रखकर खाना सप्लाई का टेंडर दे दिया गया। कर्मचारी सोनल कुमारी के परिजनों ने बताया कि सोनल स्वास्थ्य केंद्र में बीडीएम है लेकिन सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली की सोनल सेटिंग के भरोसे नौकरी कर रही है और बीडीएम या किसी अन्य पद पर भी नही है। पूर्व वैम सुनील कुमार के रिश्तेदार होने का फायदा सोनल कुमारी और पूरे परिवार को मिल रहा है। सोचने वाली बात है की आखिर सुनील कुमार की पहुंच कहां तक है जो की सुनील के निजी रिश्तेदारों को फायदा दिलाने के लिए नियमों को ताक पर रख दिया गया।

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