हेमंत के बाहर आते ही झामुमो में छंट गये नेतृत्व संकट के बादल
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झारखंड : झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के जेल से बाहर आते ही अब झामुमो में नेतृत्व संकट के बादल छंट गए हैं. अब खुद हेमंत सोरेन अपनी पार्टी को ही नहीं बल्कि झारखंड में इंडिया गठबंधन को भी नेतृत्व देंगे. अब भीतर खाने में बात यह हो रही है कि हेमंत सोरेन अब चुप बैठने वालों में से नहीं हैं. अब गांव के सभी पंचायतों में जाएंगे और लोगों से मिलेंगे.
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30 जून को हूल दिवस है. इस दिन वे भोगनाडीह में रहेंगे और हो सकता है कि वे उलगुलान की भी घोषणा कर दें. इस उलगुलान में वे पूरे झारखंड में जाएंगे और लोगों से मिलेंगे.
विस चुनाव तक नहीं बैठेंगे. साल के दिसंबर माह में ही झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव को लेकर वे अब तैयारियों में जुट जाएंगे. साथ ही कार्यकर्ताओं में भी जोश भरने का काम करेंगे.
झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन की कुर्सी अभी तक पूरी तरह से सुरक्षित है. हेमंत सोरेन नहीं चाहेंगे कि वे खुद सीएम बन जाएं. अगर विस चुनाव में मजबूती से उभरते हैं तो झारखंड के अगले वे फिर से हो सकते हैं.
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