आज़ादी का अमृत महोत्सव :- दिव्यांशी शुक्ला

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75 वां आज़ादी का अमृत महोत्सव हमे उत्सव की तरह मनाना है,
आज़ादी में योगदान नहीं दी, पर इस दिन का महत्व हर बच्चे को बताना है।
हर घर में तिरंगा लहरा कर भारत में एकता का मंत्र फैलाना है।

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75 वां आज़ादी का अमृत महोत्सव हमे उत्सव की तरह मनाना है,
उन वीरों की अमर गाथा को हमे हर नागरिक को याद दिलाना है।
हर दिल में देश भक्ति का भाव जगा कर, हमे जन गण मन दोहराना है।

75 वां आज़ादी का अमृत महोत्सव हमे उत्सव की तरह मनाना है,
ये आज़ादी जो हमे मिली है उसका महत्व हमे सबको स्मरण करवाना है।
पूरे देश को तीन रंगों में रंग कर, हमे अपना तिरंगा झंडा फहराना है।

75 वां आज़ादी का अमृत महोत्सव हमे उत्सव की तरह मनाना है,
धर्म – जात का भेद भुला कर हमे सबको गले लगाना है।राजनीति को पीछे छोड़ कर, हमे आज़ादी का गाना गाना है।

75 वां आज़ादी का अमृत महोत्सव हमे उत्साव की तरह मनाना है।

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