एक्सएलआरआइ में पढ़ाई के साथ-साथ मिलेगा प्रतिमाह 50,000 रुपये , डॉक्टोरल प्रोग्राम में आइआइएम व आइआइटी से भी अधिक स्कॉलरशिप देगा एक्सएलआरआइ

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जमशेदपुर: जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) ने फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (FPM) के विद्यार्थियों को नये साल का तोहफा दिया है. एक्सएलआरआइ से फुल टाइम रेसिडेंसियल डॉक्टोरल प्रोग्राम करने वाले विद्यार्थियों को अब पढ़ाई करने के साथ ही प्रतिमाह 50,000 रुपये की राशि फेलोशिप के रूप में दी जायेगी. संस्थान प्रबंधन ने फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट (FPM) में फुल टाइम डॉक्टोरल रेसिडेंसियल का कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के फेलोशिप की राशि दोगुना कर दिया है. पूर्व में जहां पहले साल विद्यार्थियों को प्रतिमाह 20,000 रुपये दी जाती थी वहीं उसे बढ़ा कर प्रतिमाह 45,000 रुपये कर दी गयी है. वहीं, दूसरे साल में सभी छात्रों को प्रतिमाह 25,000 रुपये दी जाती थी, जिसे बढ़ा कर 50,000 रुपये कर दी गयी है. विद्यार्थियों को ट्यूशन छूट के अलावा, रहने और अन्य खर्चों को पूरा करने में मदद के लिए संस्थान प्रबंधन द्वारा यह वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है. ताकि देश को आने वाले दिनों में बेहतर मानव संपदा मिल सके.

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आइआइटी-आइआइएम से भी अधिक दी जायेगी फेलोशिप की राशि

एक्सएलआरआइ जमशेदपुर की ओर से आधिकारिक बयान के जरिये बताया गया कि यह वृद्धि एफपीएम विद्वानों को अपने डॉक्टरेट अनुसंधान अध्ययन पर अधिक ध्यान केंद्रित करने, अपनी वित्तीय आवश्यकताओं के बारे में कम चिंता करने और प्रबंधन अनुसंधान आउटपुट की बेहतर गुणवत्ता प्रदान करने के लिए सशक्त बनाएगी. कहा कि “XLRI की बढ़ी हुई वित्तीय सहायता अब IIM और IIT द्वारा अपने पूर्णकालिक डॉक्टरेट छात्रों को प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता से अधिक है. एफपीएम स्कॉलर के लिए वित्तीय सहायता बढ़ाने के पीछे के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए बताया गया कि एक्सएलआरआई प्रबंधन शिक्षा क्षेत्र में देश की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले मैनेजमेंट स्कॉलरों को प्रशिक्षित करने और बेहतर मानव संपदा तैयार करने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए उक्त कदम उठा रही है.

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फेलोशिप के अलावा भी मिलेंगे अन्य वित्तीय सहायता

एक्सएलआरआइ प्रबंधन की ओर से बताया गया कि एक एफपीएम स्कॉलर को फेलोशिप के अलावा भी आकस्मिक अनुदान मिलेगा. उन्हें चार साल के लिए प्रति वर्ष 30,000 का कंटीजेंसी ग्रांट भी मिलेगा. इसके अलावा चार साल तक सफलता पूर्वक सीक्यूई के समापन के बाद और एफपीएम चेयर की पूर्व स्वीकृति के साथ विभिन्न कॉन्फ्रेंसों में हिस्सा लेने के लिए 2.5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता भी संस्थान प्रबंधन की ओर से की जायेगी. तीसरे व चौथे साल के कोर्स के दौरान विद्यार्थी डेटा संग्रह के लिए प्रति वर्ष 50,000 रुपये की राशि का लाभ उठा सकते हैं. चार वर्षों के कोर्स के दौरान एफपीएम विद्वानों को एक्सएलआरआई जमशेदपुर परिसर में छात्रावास आवास शुल्क की पूर्ण छूट दी जायेगी.

क्या है कोर्स, कौन हैं एल्यूमनी

फेलो प्रोग्राम इन मैनेजमेंट स्कॉलर स्टूडेंट को प्रबंधन में कुशल और अभिनव शोधकर्ता के साथ ही शिक्षक बनने के लिए प्रशिक्षित करता है. एफपीएम को पीएचडी के समकक्ष मान्यता प्राप्त है. यह एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) द्वारा भारतीय विश्वविद्यालय के लिए अप्रूव्ड कोर्स है. एक्सएलआरआई के डॉक्टरेट पूर्व छात्र आज भारत और विदेशों में प्रतिष्ठित बिजनेस स्कॉलर्स में फैकल्टी सदस्यों के रूप में काम कर रहे हैं. आइआइएम अहमदाबाद के मार्केटिंग के प्रोफेसर डॉ. आनंद कुमार जायसवाल व यूके के एसेक्स बिजनेस स्कूल के फैकल्टी डॉ अभिषेक कुंवर भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद में मार्केटिंग के प्रोफेसर हैं, जबकि डॉ. अभिषेक कुंवर भी इसी प्रोग्राम के सदस्य रह चुके हैं.

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