देशभर में गूंजेगी अजीत अमन की आवाज, बच्चों की मौत पर रिलीज हुई ‘मां’ एलबम – सिस्टम की खुलेगी पोल, गर्भस्थ शिशु अपनी मां और सिस्टम से गुहार लगाते दिखेंगे

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जमशेदपुर:-  सस्ते में जा रही है जान, मैया हो बचा लो मेरी प्राण। नौ माह से था इंतजार, सिस्टम ने ले ली मेरी जान। क्या गलती थी मां, दुनिया छूट गई। यह भावुक गीत शहर के युवा कलाकारों ने तैयार की है जो देशभर में गूंजेगी। सोमवार को साकची स्थित गांधी घाट पर इसे लांच किया गया। साथ ही यूट्यूब पर रिलीज किया गया है। एलबम का नाम ‘मां’ रखा गया है। फिलहाल एक गाने रिलीज हुई है। जल्द ही दूसरी गीत भी रिलीज होगी। खास बात यह है कि इस मौके पर सिस्टम के शिकार हुई महिलाएं भी शामिल हुई और अपनी-अपनी पीड़ा बयां की। रितु विश्वकर्मा ने कहा कि देश के स्वास्थ्य व्यवस्था काफी लचर है। जिसके माध्यम से गर्भ में पल रहे शिशुओं की मौत इलाज के अभाव में हो जाती है। इस मुहिम को आगे बढ़ाने का कार्य वे लोग करेंगी। ताकि देश की सिस्टम सुधरें और जच्चा-बच्चे की मौत कम से कम हो सकें। इस गीत को झारखंड-बिहार के चर्चित गायक अजीत अमन ने आवाज दी है। इससे पूर्व वे भारत के पहले रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत की याद में व टाटा समूह के अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा पर भी गीत गा चुके हैं, जिसे देशभर में खूब सराहा गया था। एलबम के लांचिंग के मौके पर वरिष्ठ नागरिक समिति के अध्यक्ष शिव पूजन सिंह, गायक अजीत अमन, डायरेक्टर सूर्या सिंह हेम्ब्रम, असिस्टेंट डायरेक्टर मनोज पांडे, समाजसेवी रितु विश्वकर्मा, मीना शर्मा, तरुण कुमार, दीपक मिश्रा, दीपक लकड़ा, , संजय विश्वकर्मा, अरुण गुप्ता, चाणक्य वर्मा, मो. खालिद सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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बेंगलुरु नेहीश साफ्टवेयर सोल्यूशनस के चेयरमैन की पहल पर तैयार हुई एलबम
बच्चों की मौत पर बेंगलुरु में संचालित नेहीश साफ्टवेयर सोल्यूशनस के चेयरमैन अवनीश श्रीवास्तव भी चिंता जाहिर की है। साथ ही इसके निदान के लिए भरपूर सहयोग करने की बात कहीं है। इतना ही नहीं, एलबम ‘मां’ को तैयार करने में उनकी अहम भूमिका रही है। इस एलबम का निर्माण तिरियो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड व नेहीश साफ्टवेयर सोल्यूशनस के सहयोग से तैयार किया गया। इसका मकसद अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना और देश की स्वास्थ्य सुविधाएं को बेहतर करने के क्षेत्र में एक प्रयास है। दरअसल, अवनीश श्रीवास्तव घाटशिला से 10वीं तक की पढ़ाई-लिखाई किए हैं। इसके बाद वे बाहर चले गए। फिलहाल बेंगलुरु में रहते हैं लेकिन इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जब उन्हें जमशेदपुर में बच्चों की मौत की खबर मिली तो उन्हों भी झकझोर दिया। चूंकि वह एमजीएम की अव्यवस्था से अवगत रहे हैं। इसके बाद उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए झारखंड-बिहार के चर्चित गायक अजीत अमन से संपर्क किया और अपना योगदान इस मुहिम में देने की बात कहीं। इस तरह से इस मुहिम को देशभर से समर्थन मिल रहा है।

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