आदित्यपुर : खरसावां-कुचाई के 35 कृषकों में सिल्क समग्र योजना-2 के तहत कीटपालक उपस्कर का वितरण, ग्रामीण इलाकों में रोज़गार के अवसर पैदा करना उदेश्य



Adityapur : खरसावां-कुचाई के 35 कृषकों में सिल्क समग्र योजना-2 के तहत कीटपालक उपस्कर का वितरण किया गया. कृषकों में कीटपालक उपस्कर का वितरण खरसावां प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, कुचाई के उप प्रमुख सुखदेव सरदार और खरसावां अग्र परियोजना पदाधिकारी नितीश कुमार के द्वारा किया गया. किसानों में एक नायलॉन नेट, दो सिकेचर, एक लीटर सोडियम हाईपो क्लोीरईट, 6 किलो ब्लीचिंग पाउडर, 60 किलो चूना, एक पीस गटोर स्प्रेयर व 9 पीस लाईफबॉय साबुन दिया गया. यह केन्द्रीय प्रायोजित योजना है. जिसमें भारत सरकार का योगदान 80 प्रतिशत, राज्य सरकार का योगदान 10 प्रतिशत तथा किसानो का योगदान 10 प्रतिशत है. लाभूक अपने योगदान के रूप में बांस का उपयोग स्वंय करेगे. मौके पर श्री जामुदा ने कहा कि सिल्क समग्र योजना-2 रेशम उद्योग के विकास के लिए एकीकृत योजना है. इसका मकसद, ग्रामीण इलाकों में रोज़गार के अवसर पैदा करना है. इसके अलावा, कच्चे रेशम की गुणवत्ता, उत्पादकता, और उत्पादन में सुधार करना भी इसका मकसद है. जबकि श्री सरदार ने कहा कि यह योजना किसानों और रेशम उत्पादकों को रेशम की उत्पादकता एवं गुणवत्ता बढ़ाने में मदद करने के लिए आधुनिक तकनीकों पर प्रशिक्षण प्रदान करती है. यह योजना किसानों के लिए बाजार संपर्क की सुविधा प्रदान करती है. जिससे उन्हें अपने रेशम के लिए बेहतर मूल्य प्राप्त करने में मदद मिल सके. वही पीपीओ नितीश कुमार ने कहा कि खरसावां में 4 लाख कोकून के संरक्षण का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन इस बार 5 लाख कोकून का संरक्षण किया गया है. इससे बीस हजार बुनियादी बीज का अधिक उत्पादन होगा. जिसमें 40 से अधिक समूहो को बीज उपलब्ध कराया जा सकेगे. इससे 8 से 10 मेट्रिक टन उत्पादन बढेगा. उन्होने कहा कि विर्तीय वर्ष 2024-25 को खरसावां-कुचाई क्षेत्र से 130 मेट्रिक टन कोकून का उत्पादन हुआ है. इस दौरान मुख्य रूप से खरसावां प्रमुख मनेन्द्र जामुदा, कुचाई के उप प्रमुख सुखदेव सरदार पीपीओ नितीश कुमार, रामरतन महतो, दिपु कुमार, निरज सिंह, रजनीश कुमार, राम पाडिया, राजकिशोर महतो सहित खरसावां-कुचाई के किसान उपस्थित थे.

