आदित्यपुर : संतमत सत्संग का 33वां जिला वार्षिक अधिवेशन में श्रद्धालुओं की उमड़ रही भीड़, दीक्षा लेने की लगी होड़
Adityapur : परमाराध्य संत साधक महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के उपदेश हमें यह सिखाते हैं कि यह संसार अस्थायी है, और सच्चा सुख संतमत के मार्ग पर चलकर आत्मा की शुद्धि और परमात्मा की आराधना में है. सत्संग के माध्यम से हम आत्मज्ञान प्राप्त कर, हम अपने जीवन को शाश्वत शांति और आनंद से भर सकते हैं. उक्त बातें संतमत सत्संग आश्रम धीराजगंज में चल रहे 33वां जिला वार्षिक अधिवेशन में हिन्दूपीठ कुप्पाघाट भागलपुर से पधारे महान तपोनिष्ठ संत पूज्यपाद स्वामी प्रमोदानंदजी महाराज ने श्रद्धालुओं से कही. बता दें कि यहां पिछले 2 दिनों से अधिवेशन चल रहा है. जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. इस अधिवेशन में हिन्दूपीठ कुप्पाघाट भागलपुर से महान तपोनिष्ठ संत पूज्यपाद स्वामी प्रमोदानंदजी महाराज के साथ स्वामी निर्मलानंदजी महाराज, स्वामी सत्यप्रकाश जी महाराज, एवं स्वामी परमानंदजी महाराज पधारे हुए हैं. जिनके विचारों से श्रद्धालु अमृतपान कर रहे हैं. इस अधिवेशन में ज्ञान यज्ञ के तहत ज्ञान योग युक्त परमात्म्य भक्ति के बारे में सभी मानव जाति को शिक्षा दी जा रही है. प्रत्येक दिन प्रातः 7 बजे से ढाई बजे तक अधिवेशन चल रहा है, जबकि दिन के 11 बजे से दीक्षा देने का कार्यक्रम चल रहा है. इस अधिवेशन के आयोजन में जिला संतमत सत्संग के प्रचारक कमलेश शर्मा और राम किशोर शर्मा के साथ सचिव रमन लाभ महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.