आदित्यपुर : समय कंस्ट्रक्शन की 30 वर्षों की पार्टनरशिप टूटी, निदेशक से हटाए गए निदेशक राजेश सिंह और भारती सिंह ने प्रेसवार्ता कर पार्टनर्स पर लगाया करोड़ों की हेराफेरी का आरोप, 50 करोड़ की मानहानि का किया दावा


आदित्यपुर:- शहर की प्रतिष्ठित समय कंस्ट्रक्शन की 30 वर्षों की पार्टनरशिप टूट गई है. इस कंपनी के निदेशक पद से हटाए गए निदेशक राजेश सिंह और भारती सिंह ने प्रेसवार्ता कर अपने पार्टनर्स पर करोड़ों की हेराफेरी का आरोप लगाया है. साथ ही 50 करोड़ की मानहानि दावा भी का किया है. प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि समय कंस्ट्रकशन प्राइवेट लिमिटेड से अवैध रूप से मुझे हटाया गया है. यह प्रतिक्रिया राजेश कुमार सिंह और भारती सिंह ने प्रेसवार्ता में प्रतिक्रिया देते हुए कहा. उन्होंने कहा कि मैं कल भी निदेशक, समय कंस्ट्र्शन प्राइवेट लिमिटेड था और आज भी हूं. 28 फरवरी 2025 को कंपनी द्वारा आयोजित अवैध अतिरिक्त-साधारण आम बैठक (EOGM) एवं दैनिक अखबार दिनांक 03-03-2025 के पब्लिक नोटिस के माध्यम से निदेशक पद से हटाए जाने के निर्णय को मैं अस्वीकार करता हूं और इसे गैर-कानूनी करार देता हूं. यह बैठक न केवल कानून के विपरीत थी, बल्कि इसमें कंपनी अधिनियम 2013 के नियमों का भी घोर उल्लंघन किया गया है. अवैध बैठक और न्यायालय के आदेश की अवहेलना में स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह बैठक पूरी तरह अवैध थी. ‘क्योंकि मैंने पहले ही 13 फरवरी 2025 के नोटिस बाद 14 फरवरी 2025 को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल NCLT) में एक याचिका दायर की थी. इसके बाद 24 फरवरी 2025 को माननीय न्यायालय ने स्पष्ट आदेश दिया था, जिसमें कहा गया है कि
‘Any change in composition of Board that takes place in view of the notice dated 28th January, 2025 shall be subject to the outcome ofthe present company petition. इसके बावजूद, कंपनी के कुछ निदेशकों ने साजिशन 28 फरवरी को बैठक आयोजित कर मुझे और भारती सिंह को निदेशक पद से हटाने का एकतरफा निर्णय लिया. यह न्यायालय की अवमानना है. कंपनी में वित्तीय अनियमितता के गंभीर आरोप मुझे निदेशक पद से हटाने के पीछे असली कारण कंपनी में करोड़ों रुपये की हेराफेरी को उजागर करना है. मैंने पहले ही संबंधित निदेशकों को सूचित किया था इसी सन्दर्भ में कंपनी के बैंकर एक्सिस बैंक लिमिटेड को भी हमने पत्र दिया था बैंक ऑपरेशन में बदलाव के लिए कि बैंक के किसी भी व्यवसाय में किन्ही 2 नहीं अपितु 4 निदेशकों (श्री अनूप रंजन , श्री राम प्रकाश पांडेय, श्री राजेश कुमार सिंह और श्रीमती नूतन कुमारी) के हस्ताक्षरों के बाद ही कोई व्यवसाय हो परन्तु इस निवेदन को भी स्वीकार नहीं किया गया. जब मैं इस मुदे को उठाया और साथ ही साथ किसी भी चार्ट्ड अकाउंटेंट (CA) से ऑडिट / जांच करवाने की मांग के साथ-साथ वित्तीय लेन-देन को पारदर्शी बनाने की मांग की तो दुर्भावना से ग्रसित होकर मुझे और भारती सिंह को अवैध रूप से हटा देने की एकतरफा साज़िश रची गयी. उन्होंने कहा कि राजेश कुमार सिंह, समय कंस्ट्रकशन प्राइवेट लिमिटेड का निदेशक था और आज भी हूँ.



50 करोड रुपये की मानह्यनि का दावा –
मुझे कंपनी से अवैध रूप से हटाए जाने और मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहंचाने के कारण मैं 50 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा कर रहा हूं. मेरी छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए यह सुनियोजित साजिश थी, और मैं इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाऊंगा. यह सिफ मेरी व्यक्तिगत प्रतिष्टा का सवाल नहीं, बल्कि व्यक्साय जगत मे पारदर्शिता और नैतिकता बनाए रखने का मामला भी है.
25-30 वर्षों की मेहनत पर हमला
पिछले 25-30 वर्षों से समय कंस्ट्रवशन प्राइवेट लिमिटेड के साथ सहारा कंस्ट्रक्शन से भी सिर्फ जुड़ा ही नहीं हूँ, बल्कि इस कंपनी का संस्थापक निदेशक फाउंडर डायरेक्टर ) भी इस कंपनी को स्थापित कर इसे शीर्ष तक पहुंचाने में मेरा और भारती सिंह का अन्य निदेशकों से कही ज्यादा योगदान रहा है. इस दौरान मैंने – अपनी मेहनत और निष्ठा से कंपनी को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन हाल के वर्षों में कुछ निदेशकों ने मनमाने ढंग से निर्णय लेना शुरू कंर दिया और वित्तीय अनियमितताओं में लिप्त हो गए. जब मैंने इसका विरोध किया, तो मुझे हटाने की साजिश रची गई.
कानूनी लडाई और न्याय की मांग मैं यह स्पष्ट करना चाहता हं कि इ्स पूरी प्रक्रिया में कई कानूनी अनियमितताएं भी हुईं हैं, जिनके खिलाफ मैं कानूनी लड़ाई लड़ंगा. मैंने इस मुदे को लेकर अनुमंडल पदाधिकारी महोदया (SDO) और स्थानीय थाना प्रभारी महोदय को शिकायत दर्ज करा दी है और जल्द ही उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाऊगा. मैं न्यायपालिका से कई करोड़ों रुपये की हेराफेरी की निष्पक्ष अपील करता हूं कि इस अवैध बैठक को रद्द किया जाए और कंपनी में जांच की जाए.
